Haldiram Stake Sale: हल्दीराम ने बेची 6% हिस्सेदारी, सिंगापुर की इस कंपनी के साथ किया सबसे बड़ा करार

Haldiram News: नमकीन और मिठाई बनाने वाली प्रमुख कंपनी हल्दीराम में हिस्सेदारी को लेकर सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी टेमासेक ने बाजी मार ली.

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Haldiram News: नमकीन और मिठाई बनाने वाली प्रमुख कंपनी हल्दीराम में हिस्सेदारी खरीदने की होड़ में कई कंपनियां शामिल थीं, लेकिन इसमें सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी टेमासेक ने बाजी मार ली. स्नैक्स फूड बेचने वाले देश के प्रमुख खाद्य ब्रांड हल्दीराम ने सोमवार को दो नये निवेशकोंआईएचसी (इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी) और अल्फा वेव ग्लोबल को अपनी हिस्सेदारी बेचने दी है. हालांकि, बयान में सौदे के ब्योरे का खुलासा नहीं किया गया.

टेमासेक ने ली हल्दीराम में हिस्सेदारी

सिंगापुर की वैश्विक निवेश कंपनी टेमासेक द्वारा कम हिस्सेदारी के साथ अधिग्रहण किया. जिसकी पुष्टि हल्दीराम के जरिए के एक दिन बाद की गई है. इस सौदे के विवरण का भी खुलासा नहीं किया गया है. हल्दीराम ने बयान में कहा, ‘‘कंपनी को टेमासेक की हाल की भागीदारी के बाद अपने जारी इक्विटी दौर में दो नये निवेशकों, आईएचसी (इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी) और अल्फा वेव ग्लोबल को जोड़ने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है.''

ग्लोबल मार्केट में मिलेगी मजबूती

हल्दीराम के इस कदम को मार्केट में उसकी वित्तीय स्थिति को और मजबूत करता है क्योंकि यह उसे ग्लोबल मार्केट खासतौर पर अमेरिका और पश्चिम एशिया में  अपने विस्तार को बढ़ाने में मदद करेगा.  हल्दीराम के अनुसार, ‘‘यह निवेश अल्फा वेव ग्लोबल और आईएचसी की मजबूत उपभोक्ता ब्रांड वाली प्रमुख कंपनी का समर्थन करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.''

करीब 85,000 करोड़ रुपये में बेची हिस्सेदारी

उद्योग सूत्रों के अनुसार, आईएचसी और अल्फा वेव ग्रुप ने 10 अरब डॉलर (करीब 85,000 करोड़ रुपये) के मूल्यांकन वाली हल्दीराम स्नैक्स फूड्स में करीब छह फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर ली है. माना जा रहा है कि यह किसी भी भारतीय पैकेज्ड फूड इंडस्ट्री के लिए सबसे बड़ा मूल्यांकन है. 

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कौन है अल्फा वेव कंपनी

अल्फा वेव एक वैश्विक निवेश कंपनी है जो तीन मुख्य क्षेत्रों... निजी इक्विटी, निजी ऋण और सार्वजनिक बाजारों पर ध्यान केंद्रित करती है, जबकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की आईएचसी दुनिया की सबसे बड़ी निवेश कंपनियों में से है.

ऑपरेशनल का होगा विस्तार

इस बारे में हल्दीराम समूह के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह भागीदारी हल्दीराम की आगे की योजनाओं के लिए पूंजी और लॉग टर्म योजनाओं के अनुरूप है. इस पार्टनरशिप के साथ, हम अपने निर्माण की पेशकश को बढ़ाने, अपने ऑपरेशनल का विस्तार करने और पश्चिम एशिया तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय भौगोलिक क्षेत्रों में हल्दीराम को एक घरेलू नाम बनाने के अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं.''

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शेयरधारक और भागीदार बनने पर खुशी

अल्फा वेव ग्लोबल के सह-संस्थापक और चेयरमैन रिक गेर्सन ने कहा, ‘‘हमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हल्दीराम के विकास के चरण में एक शेयरधारक और भागीदार बनने पर खुशी है. साथ ही, हम लगभग एक सदी से ग्राहकों को दी जा रही बेहतर सेवाओं और खुशियों को बनाये रखेंगे.''

खेतान एंड कंपनी ने कानूनी परामर्शदाता के रूप में किया काम

पीडब्ल्यूसी निवेश बैंकिंग टीम ने लेनदेन के लिए सलाहकार और खेतान एंड कंपनी ने कानूनी परामर्शदाता के रूप में काम किया. ब्लैकस्टोन, अल्फा वेव ग्लोबल और बेन कैपिटल के नेतृत्व वाले समूह सहित कई निजी इक्विटी कंपनियां हल्दीराम स्नैक्स फूड में हिस्सेदारी लेने की दौड़ में थीं.

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राजस्थान के बीकानेर से हुई थी शुरुआत

हल्दीराम स्नैक्स फूड हल्दीराम परिवार - दिल्ली और नागपुर का संयुक्त कारोबार है।इससे पहले, राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण ने दोनों पक्षों के विलय की प्रक्रिया को मंजूरी दे दी थी और अन्य नियामकीय अनुमोदन की प्रतीक्षा है. गंगा भीषण अग्रवाल ने राजस्थान के बीकानेर में एक खुदरा मिठाई और नमकीन की दुकान के रूप में 1937 में इसकी स्थापना की थी. आज हल्दीराम के उत्पाद 80 से अधिक देशों में बेचे जाते हैं.

2022 में  हिस्सेदारी बेचने की थी घोषणा

उल्लेखनीय है कि 2022 में यह घोषणा की गई थी कि दिल्ली स्थित हल्दीराम स्नैक्स और नागपुर स्थित हल्दीराम फूड्स इंटरनेशनल के पैकेज्ड स्नैक्स कारोबारों को पहले अलग किया जाएगा और फिर हल्दीराम स्नैक्स फूड नामक इकाई में विलय कर दिया जाएगा.

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