जोधपुर अनिता हत्याकांड पर बोले बेनीवाल, जाट है इसलिए सरकार गंभीर नहीं, DCP वही है जो टोंक में भी हत्या को बताया था दुर्घटना

हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि अनिता चौधरी जाट समाज से है इसलिए सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही है. वहीं बेनीवाल ने कार्यरत डीसीपी को हटाने की मांग की.

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Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर में बीते बुधवार को ब्यूटी पार्लर चलाने वाली 50 वर्षीय महिला अनिता चौधरी की लाश टुकड़ों में मिली थी. हालांकि यह भी बताया गया है कि अनिता प्रॉपर्टी का काम करती थी. इस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस पूरी तरह से सुलझा नहीं पाई है. लेकिन पति मनमोहन चौधरी के शिकायत पर गुलामुद्दीन की पत्नी सुनीता को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है. वहीं इस मामले में हनुमान बेनीवाल ने सरकार की गंभीरता पर और DCP पर निशाना साधा है.

हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि अनिता चौधरी जाट समाज से है इसलिए सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही है. वहीं बेनीवाल ने कार्यरत डीसीपी को हटाने की मांग की और कहा कि यह वही अधिकारी है जो टोंक में हुए हत्याकांड के समय भी SP रहते हुए बजरी माफियाओं से मिलकर हत्या को दुर्घटना दिखाने का प्रयास किया था.

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हनुमान बेनीवाल ने दी चेतावनी कार्यकर्ताओं को बुलाया जोधपुर

हनुमान बेनीवाल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है, जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में स्थित बोरानाडा थाना क्षेत्र में अनिता चौधरी नामक महिला की हुई निर्मम हत्या के प्रकरण में मृतका के परिजनों को न्याय दिलवाने के लिए राजस्थान की भाजपा सरकार संवेदनशीलता नहीं दिखा रही है. प्रदेश में पीड़ित परिवार की जाति देखकर न्याय करने की बात करते है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. मृतका जाट समाज की है इसलिए सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही है. अनिता जाट की गुमशुदगी का प्रकरण जोधपुर के सरदारपुरा थाने में दर्ज हुआ SHO सरदारपुरा और संबंधित ACP के साथ वहां कार्यरत DCP को तत्काल हटाना चाहिए. क्योंकि आरोपी इन अधिकारियों के संपर्क में है और यहां कार्यरत DCP वही व्यक्ति है जिसने टोंक जिले में हुए शंकर मीणा हत्याकांड के समय जिला पुलिस अधीक्षक रहते हुए अपराधियों और बजरी माफियाओं से मिलकर हत्या को दुर्घटना दिखाने का प्रयास किया था.

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बेनीवाल ने आगे लिखा, मृतका अनिता जाट का शव एम्स अस्पताल की मोर्चरी मे रखा हुआ है और परिजनों को एम्स में जाने नहीं दिया जा रहा है. जो बीजेपी सरकार की गुंडागर्दी को दर्शाता है. एक तरफ जोधपुर पुलिस कमिश्नर सुदृढ़ कानून व्यवस्था बनाए रखने का दावा करते हैं. वहीं दूसरी तरफ जोधपुर शहर में दो माह में एक दर्जन बलात्कार, सामूहिक दुष्कर्म और मासूमों के साथ दुष्कर्म जैसे प्रकरण जोधपुर शहर में हो गए जो कि पुलिस कमिश्नर की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान है.

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राज्य सरकार न्याय के लिए आंदोलित परिजनों को दबाने का प्रयास कर रही है जो कि अनुचित है. RLP परिवार के सदस्यों से आह्वान है कि मृतका के परिजनों को न्याय की इस लड़ाई में जब भी सहयोग की जरूरत पड़े तब तत्काल जोधपुर पहुंच जाएं. मेरी मांग है कि इस मामले में CBI से जांच करवाई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके.

डीसीपी ने बताया क्या कर रहे हैं कार्रवाई

डीसीपी वेस्ट राजश्री राज वर्मा ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन की पत्नी को गिरफ्तार करने का जो प्रक्रिया है वह कर रहे हैं. क्योंकि सूर्यास्त के बाद किसी भी महिला को गिरफ्तार करने से पहले मजिस्ट्रेट की अनुमति लेना आवश्यक होता है. ऐसे में मजिस्ट्रेट अनुमति के बाद में महिला को गिरफ्तार किया जाएगा. गुलामुद्दीन की पत्नी और गुलामुद्दीन ने मिलकर अनीता की हत्या की थी. गुलामुद्दीन के ऊपर काफी कर्ज हो रखा था. बताया जाता है कि गुलामुद्दीन को अनिता चौधरी अपना भाई बताती थी.

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