Hanuman Beniwal: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नागौर लोकसभा सीट से सांसद हनुमान बेनीवाल ने भजनलाल सरकार से बड़ी मांग की है. इन दिनों हनुमान बेनीवाल अपने बयानों के सुर्खियों में हैं. हनुमान बेनीवाल लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के कई नेताओं के खिलाफ भी बोल रहे हैं. वहीं सचिन पायलट से लेकर अशोक गहलोत के बारे में बात कर रहे हैं. हाल ही में उन्हें इंडिया गठबंधन की मीटिंग में नहीं बुलाया गया जिसके बाद से वह नाराज दिख रहे हैं. इस घटना के बाद से इंडिया गठबंधन में रहने और न रहने को लेकर फैसले की चर्चा हो रही है.
हालांकि, हनुमान बेनीवाल ने साफ कहा है कि वह किसी भी गठबंधन में रहे वह सरकार के खिलाफ हमेशा बोलेंगे. इसके साथ ही कहा है कि वह किसान और युवाओं के मुद्दे पर हमेशा आवाज उठाएंगे. इस बीच हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान में छात्र संघ चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. इसके साथ ही उन्होंने भजनलाल सरकार से तत्काल प्रभाव से छात्र संघ चुनाव को बहाल कराने के लिए कहा है. इसके साथ ही उन्होंने हिरासत में लिये गए छात्रों को छोड़ने की भी मांग की है.
युवाओं की राजनीति में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होगा
हनुमान बेनीवाल ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मेरी राज्य के मुख्यमंत्री से अपील है की राजस्थान में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में तत्काल प्रभाव से छात्रसंघ चुनाव करवाने की घोषणा करनी चाहिए.
हिरासत में लिये छात्रों को छोड़ने की मांग
हनुमान बेनीवाल ने एक्स पर एक और पोस्ट कर लिखा, जयपुर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी में रिवैल्यूएशन फीस के नाम पर छात्रों से की जा रही गलत वसूली के खिलाफ आंदोलित छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करना निंदनीय है. छात्रों को भी हक और अधिकार के लिए अपनी बात रखने का अधिकार है. ऐसे में पुलिस बल के दम पर छात्र शक्ति की आवाज को दबाना पूर्ण रूप से अनुचित है. मैंने छात्रों पर लाठीचार्ज करने का मामला संज्ञान में आते ही पुलिस कमिश्नर से दूरभाष पर वार्ता करके हिरासत में लिए गए छात्रों को छोड़ने की बात कही.
बता दें, राजस्थान के सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालायों में सत्र 2023-2024 में छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए गए थै. राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने 12 अगस् 2023 को इसे लेकर आदेश जारी किया था. हालांकि, उस वक्त अशोक गहलोत की सरकार थी. हालांकि अब राजस्थान में सरकार बदल गई है और भजनलाल की सरकार है. ऐसे में छात्रों को छात्र संघ चुनाव की उम्मीद है.
क्यों रोका गया था छात्र संघ चुनाव
छात्र संघ चुनाव नहीं कराने को लेकर उस वक्त राजस्थान के कॉलेजों के कुलपतियों ने अपनी राय दे थी. इसके कारण बताया गया था कि चुनाव में बाहूबल और धनबल का उपयोग किया जाता है. हालांकि छात्रसंघ चुनाव के लिए लिंगदोह कमेटी की शर्ते लागू की गई थी लेकिन इन शर्तों को जमकर उलंघन होता है. जिसमें कहा गया है कि चुनाव में 5 हजार से ज्यादा खर्च नहीं किये जा सकते. लेकिन प्रत्याशियों द्वारा इसमें लाखों खर्च किये जाते हैं. इसके साथ ही लग्जरी गाड़ियों से रैली की जाती है. जबकि छात्रों के बीच लड़ाई, एक दूसरे पर हमले किये जाते हैं.
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