IAS Pari Bishnoi: हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों (Haryana Chunav Result) पर मतगणना जारी है. इन चुनावों का असर राजस्थान में भी दिख रहा है क्योंकि राज्य में अगले महीने नवंबर में उपचुनाव होने हैं. लेकिन इससे इतर हरियाणा की 90 सीटों में से एक ऐसी हाई प्रोफाइल सीट है जिसका ताल्लुक मरुधरा के बीकानेर (Bikaner) से भी है. राजस्थान की आईएएस परी बिश्नोई ( IAS Pari Bishnoi) के पति भव्य बिश्नोई ( Bhavya Bhisnoi) हरियाणा की आदमपुर सीट ( Adampur Seat) से चुनावी मैदान में हैं.
हालांकि भव्य बिश्नोई को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. भव्य बिश्नोई को कांग्रेस के चंद्र प्रकाश ने नजदीकी मुकाबले में 1268 वोटों को अंतर से हराया. भव्य कई राउंड में आगे चल रहे थे. लेकिन चुनाव आयोग द्वारा जारी आधिकारिक रिज्लट में उन्हें नजदीकी हार का सामना करना पड़ा.
कौन हैं भव्य बिश्नोई
भाजपा नेता भव्य बिश्नोई (Bhavya Bishnoi) हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजनलाल बिश्नोई के पोते और कुलदीप बिश्नोई के बेटे हैं. उनकी शादी राजस्थान की परी बिश्नोई से वर्ष 2022 में झीलों की नगरी उदयपुर में हुई थी.
कौन हैं परी बिश्नोई
राजस्थान के बीकानेर काकड़ा गांव की रहने वाली परी बिश्नोई (Pari Bishnoi) ने साल 2019 में यूपीएससी (UPSC) में ऑल इंडिया रैंक में 30वां स्थान हासिल किया था. आईएएस परी ने अपने तीसरे प्रयास में यह परीक्षा पास की. उन्हें पहली पोस्टिंग सिक्किम कैडर में मिली थी.
आदमपुर सीट का इतिहास
यह हाई प्रोफाइल सीट बिश्नोई परिवार का गढ़ मानी जाती है. इस पर उनके दादा भजनलाल 9 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. भव्य की दादी जसमा देवी भी इसी सीट से विधायक रह चुकी हैं. दादा-दादी के बाद पिता कुलदीप बिश्नोई को इस सीट पर विधानसभा का चुनाव लड़ने का मौका मिला था.
इसे भुनाकर वह चार बार यहां से विधायक रह चुके हैं. फिलहाल 2022 में हुए आदमपुर विधानसभा उपचुनाव में भव्य बिश्नोई ने जीत दर्ज की और इसी सीट से विधायक रहे. वहीं हरियाणा विधानसभा 2024 चुनाव में भाजपा ने फिर उन पर भरोसा दिखाया है और उन्हें इसी सीट से टिकट देकर मैदान में उतारा है. लेकिन यहां कांग्रेस ने जीत हासिल कर ली है.
पिता के इस्तीफे बाद बेटे को मिला था मौका
पिछले विधानसभा चुनाव में कुलदीप बिश्नोई ने आदमपुर सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी. लेकिन जून 2022 में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस ने उन्हें सभी पदों से बर्खास्त कर दिया था. जिसके बाद बिश्नोई ने राज्यपाल ज्ञान चंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंप दिया था.
इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. साल 2022 में आदमपुर के लिए नए सिरे से उपचुनाव हुआ और भाजपा ने इस सीट से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को टिकट दिया और वह विजयी हुए. इसके बाद चार सितंबर ने बीजेपी ने एक बार फिर भरोसा दिखाते हुए उन्हें हिसार की आदमपुर विधानसभा सीट से टिकट दिया था. जिसे उन्होंने कायम रखा.
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