Heat Wave Death: भारत में इस वर्ष भीषण गर्मी की वजह से 143 लोगों की मौत हुई है. इस वर्ष 1 मार्च से 20 जून के बीच 41,789 लोग संभवतः लू लगने की वजह से बीमार पड़े और उन्हें अस्पताल जाना पड़ा. हालाँकि ये संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि अभी कई राज्यों ने ताज़ा आंकड़े नहीं भेजे हैं. वहीं कई अस्पतालों ने भी गर्मी से हुई मौतों के आंकड़े अपलोड नहीं किए हैं. गर्मी से 143 लोगों की मौत का आंकड़ा नेशनल सेंटर फ़ॉर डिज़ीज़ कंट्रोल (एनसीडीसी) के जुटाए आंकड़ों पर आधारित है.
गर्मी की वजह से केवल 20 जून को ही पूरे देश में 14 लोगों की मौत की पुष्टि हुई. वहीं 9 अन्य लोगों की भी गर्मी से मौत होने का संदेह है.
गर्मी से सबसे ज़्यादा लोगों की मौत उत्तर प्रदेश में
देश में गर्मी से सबसे ज़्यादा लोग उत्तर प्रदेश में मारे गए जहाँ 35 लोगों की मौत हुई. दूसरे नंबर पर दिल्ली है जहाँ गर्मी से 21 लोग मारे गए.
राजस्थान और बिहार तीसरे नंबर पर
तीसरे नंबर पर दो राज्य राजस्थान और बिहार हैं. आधिकारिक तौर पर इन दोनों राज्यों में 17 लोगों की गर्मी से जान गई है.
राजस्थान में हीट स्ट्रोक से सबसे पहली मौत 26 मई को दर्ज की गई थी जब एक 27 वर्षीय व्यक्ति की अजमेर में मौत हो गई.
राजस्थान में मई से लेकर अब तक 6,100 से ज़्यादा लोगों की हीट स्ट्रोक की वजह से तबीयत बिगड़ी है. हालांकि यह आंकड़ा आधिकारिक है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गर्मी से संबंधित कारणों से मरने वालों की संख्या कही अधिक है.
राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश के बाद गर्मी से राहत
राजस्थान में इस बार गर्मी की वजह से कई स्थानों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से ज़्यातदा हो गया. हालाँकि पिछले दो दिनों में राजस्थान के कई हिस्सों में मानसून से पहले बारिश हुई है जिससे तापमान में कमी दर्ज की गई है.
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटों में जयपुर, अजमेर, दौसा और नागौर में बारिश, ओलावृष्टि और तेज़ आंधी आ सकती है. चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, राजसमंद, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, टोंक में भी बारिश और आंधी आने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है.
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