बीते दो दिन में 14 इंच बारिश, बूंदी में बाढ़ से हालात बेकाबू; फसल-मकान क्षति पर डीएम ने दिया ये आदेश

Bundi Rain and Flood: राजस्थान के बूंदी जिले में भारी बारिश का दौर जारी है, जिससे जिले में बाढ़ के हालात बन गए हैं. गुरुवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद कलेक्टर-एसपी ने जरूरी निर्देश दिए.

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बूंदी में बारिश के कारण गांव मे भरा पानी.

Rajasthan News: राजस्थान के कई जिलों में बारिश का दौर जारी है. बात पिछले 24 घंटों की करें तो सबसे अधिक बारिश बूंदी में दर्ज की गई है. जिले में बुधवार को 5 इंच बारिश हुई है, जिससे बूंदी में बाढ़ के हालात और बेकाबू हो गए है. 
नैनवां उपखंड के दुगारी, बांसी और रामगंज मे गलियां दरिया बन गई है. पिछले 36 घंटों से अधिक समय से हो रही बारिश से ये 3 गांव बाढ़ की जद में आ गए है. घरों में पानी भर गया है, जिससे ग्रामीणों का अनाज और जरूरी सामान खराब हो गया है.

जानकारी के अनुसार कनक सागर बांध कि निकासी वाले रास्ते पर अतिक्रमण हो गया है, जिसकी वजह से जिले में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. जिले में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया हुआ है. वहीं बाढ़ बारिश की सूचना पर जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा और एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ट्रैक्टर में सवार होकर ग्रामीणों के बीच पहुंचे.

गांव के रास्तों में भरा पानी

मंगलवार को 9 इंच और बुधवार को 5 इंच हुई बारिश

नैनवा क्षेत्र में मंगलवार को 9 इंच और आज बुधवार को 5 इंच बारिश हुई है. जिससे सबसे अधिक नैनवा में पानी भरा हुआ है. दुगारी गांव में कनक सागर बांध खतरे के निशान पर चल रहा है. बांध का पानी गांव में घुस जाने से बाढ़ के हालात बने हुए है. गांव में चारों तरफ से आवागमन के रास्ते बंद हो गये. साथ ही निचली बस्तियां , बाजार और आस-पास के घरों में पानी भर गया. ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन को घटना से अवगत कराने के बाद भी प्रशासन द्वारा गांव की समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया. 

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बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करते डीएम.

कलक्टर ने सभी अधिकारियों को दिए निर्देश 

जिला कलक्टर अक्षय गोदारा और पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा ने गुरुवार को नैनवां उपखण्ड क्षेत्र का जायजा लिया. कलक्टर दुगारी गांव में बांध के ओवरफ्लो पर भी पहुंचे. इस बीच कलक्टर ने जल भराव से प्रभावित लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. साथ ही कलक्टर ने आदेश दिया कि ऐसे घर जो जर्जर है, उनमें रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाए.

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फसल और मकान क्षति का शीघ्र होगा सर्वे

बारिश से खराब हुई फसलों और मकानों के नुकसान का उपखण्ड अधिकारी द्वारा शीघ्र सर्वे करवाया जाए. पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और सिसिल डिफेंस की एक टीम बनाकर पूरे उपखंड क्षेत्र की निगरानी रखी जाए. आमजन को किसी तरह की परेशानी आने पर उसका तुरंत निवारण किया जाए. भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए जल निकासी की व्यवस्था के लिए कार्य योजना बनाई जाए. 

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इस दौरान उपखण्ड अधिकारी नैनवां विनोद मीणा, तहसीलदार रामराय मीणा, बीडीओ ग्यारसीलाल मीणा, पुलिस उपअधीक्षक शंकर लाल मीणा, बांसी सरपंच सत्यप्रकाश शर्मा, दुगारी सरपंच रामलाल खींची मौजूद रहे. 

तालाब के दोनों रास्तों पर अतिक्रमण  

नैनवां प्रधान पदम नागर ने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को पहले ही अवगत करवा दिया था. लेकिन इस ओर  कोई ध्यान नहीं दिया. बाद में जिला कलेक्टर और प्रभारी मंत्री हीरालाल नागर को अवगत करवाया और समाधान की मांग की लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ.

दो साल पहले भी तालाब भर गया था और पानी ओवरफ्लो होकर गांव के रास्तों से बहने लगा था.   कनक सागर तालाब से पानी निकासी के लिए दो रास्ते है. दोनों रास्तों पर अतिक्रमण हो गया हैं. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसकी वजह से आज ये हालात बन गए.

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