CM गहलोत और गृह मंत्रालय में फिर छिड़ा ट्विटर वॉर, होम मिनिस्ट्री पर गलत तथ्य देने का आरोप

सांगलिया पीठ ना जा पाने को लेकर CM गहलोत ने गृह मंत्रालय पर उन्हें हेलीकॉप्टर की अनुमति ना दने का आरोप लगाया था. जिसका जवाब गृह मंत्रालय ने दिया था.अब गहलोत ने इस पर पलटवार किया है.

विज्ञापन
Read Time: 13 mins
अशोक गहलोत (फाइल फोटो )
JAIPUR:

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय गृह मंत्रालय में फिर ट्विटर वॉर छिड़ गया है. इस बार भी मामला वैसा ही है, जैसा पहले हुआ था. दरअसल शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह मंत्रालय पर आरोप लगाया कि उन्होंने, उनके लिए एक हेलीकॉप्टर की अनुमति के मामले में गलत तथ्य देकर जनता में भ्रम फैलाने का प्रयास किया है. मालूम हो कि शुक्रवार को सीएम को सीकर सांवलिया धूणी जाना था. लेकिन अंत समय में जी20 बैठक को लेकर हेलीकॉप्टर उड़ान की अनुमति नहीं मिलने के कारण सीएम सीकर नहीं आ सके थे. इस बात की उन्होंने सोशल मीडिया पर खुद जानकारी दी थी.

सोशल मीडिया पर सीएम द्वारा किए गए पोस्ट को लेकर गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रतिक्रिया दी. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया था,‘‘एक समाचार रिपोर्ट में, राजस्थान के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय द्वारा उनकी हेलीकॉप्टर उड़ान के लिए मंजूरी नहीं देने दावा किया है. मुख्यमंत्री की ओर से सीकर के लिए उड़ान की अनुमति सहित चार अनुरोध प्राप्त हुए थे और सभी को मंत्रालय ने मंजूरी दे दी थी.''

इससे पहले गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था  ‘‘राजस्थान के मुख्यमंत्री के किसी भी अनुरोध को अस्वीकार नहीं किया गया है. वाणिज्यिक विमानों की सभी निर्धारित उड़ानों तथा राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को अपने राज्य के विमानों पर आवाजाही की अनुमति है, बस निजी चार्टर्ड उड़ानों को मंत्रालय से स्पेशल मंज़ूरी की ज़रूरत होती है.''

कल मेरा उदयपुर से जयपुर प्लेन से एवं जयपुर से सीकर एवं सीकर से निवाई हेलिकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम था। इसके लिए हेलिकॉप्टर को एडवांस में उदयपुर से जयपुर पहुंचना था परन्तु ऐसा बताया कि जी-20 के प्रोटोकॉल कारण हेलिकॉप्टर या प्लेन तभी यात्रा कर सकते हैं जब CM स्वयं उसमें सवार हो।… https://t.co/owGA3oJetl

— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 9, 2023
Advertisement

गृहमंत्रालय के प्रवक्ता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गहलोत ने कहा कि उनका शुक्रवार को उदयपुर से जयपुर विमान से तथा जयपुर से सीकर एवं सीकर से निवाई हेलीकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम था. उन्होंने कहा कि इसके लिए हेलीकॉप्टर को पहले से उदयपुर से जयपुर पहुंचना था परन्तु ऐसा बताया गया कि जी-20 के प्रोटोकॉल कारण हेलीकॉप्टर या विमान तभी यात्रा कर सकते हैं जब मुख्यमंत्री स्वयं उसमें सवार हो.

उन्होंने लिखा, ‘

‘हेलीकॉप्टर की उड़ान की अनुमति सुबह 10 बजकर 48 मिनट पर ई-मेल कर मांगी गई थी परन्तु दोपहर बाद दो बजकर 50 मिनट पर अनुमति नहीं मिली. वहां इंतजार कर रही जनता को हमने अपरान्ह दो बजकर52 मिनट पर ट्वीट कर ‘न' आ पाने का कारण बताया और सांगलिया पीठ में श्री ओम दास महाराज को भी फोन कर जानकारी दी. इसके बाद अपराह्न तीन बजकर 58 मिनट पर अनुमति आई परन्तु तब तक मैं उदयपुर से जयपुर के लिए विमान से निकल चुका था एवं जयपुर पहुंचकर सड़क मार्ग से निवाई गया ''

अशोक गहलोत

मुख्यमंत्री, राजस्थान

''

गहलोत ने लिखा,‘‘जी-20 के नाम पर मुझे कोई विवाद पैदा नहीं करना था इसलिए इसकी कोई निंदा नहीं की एवं केवल जनता को तथ्यों की जानकारी दी थी. परन्तु मुझे अब दुख है कि गृह मंत्रालय ने गलत तथ्यों की जानकारी देकर जनता में भ्रम फैलाने का असफल प्रयास किया है.''

Advertisement

यह भी पढ़ें - CM गहलोत के सीकर आने का कार्यक्रम रद्द, गृह मंत्रालय ने नहीं दी हवाई यात्रा करने की इजाज़त