'हिंदुस्तान कोई धर्मशाला नहीं', जानें राम मंदिर, CAA और हिजाब पर क्या कुछ बोले मनिंदरजीत सिंह बिट्टा 

Maninderjit Singh Bitta Praised PM Modi: राजस्थान के दौसा जिले में बुधवार को पहुंचे मनिंदर जीत सिंह बिट्टा ने मेहंदीपुर बालाजी का दर्शन किया और फिर मीडिया से रुबरू हुए. सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट यानी CAA के सवाल पर बोलते हुए बिट्टा ने कहा, हिंदुस्तान कोई धर्मशाला नहीं है, जहां पाकिस्तान से आ जाओ, बांग्लादेश से आ जाओ, श्रीलंका से आ जाओ.

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मनिंदर जीत सिंह बिट्टा

Maninderjit Singh Bitta: राजस्थान पहुंचे ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनिंदर जीत सिंह बिट्टा ने अयोध्या में रामजन्मभूमि पर निर्मित हुए भव्य राम मंदिर लेकर राजनीतिक दलों को जमकर निशाना साधा है. बिट्टा ने कहा कि नई जनरेशन ऐसे राजनीतिकों को माफ नहीं करेगी, जिनकी वजह से रामलला का सालों तक टेंट में रहना पड़ा.

मनिंदर जीत सिंह बिट्टा ने सवाल उठाते हुए कहा, अयोध्या में रामलला का मंदिर का निर्माण पहले क्यों नहीं हुआ? क्यों रामलला अपमानित हुए, इसका मतलब इसके ऊपर गंदी राजनीति चलती रही है.

मैं समझता हूं कि भगवान ने प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी को फरिश्ते की तरह यहां भेजा है, उस फरिश्ते के हाथों से रामलाल के मंदिर का निर्माण हुआ है अगला जो हमारा इंतजार है वह काशी और मथुरा है, मुझे लगता है कि भगवान राम जल्दी सुनेंगे और करोड़ों लोगों की इच्छाएं जरूर पूरी होगी. 

मेहंदीपुर बालाजी के दरबार में पहुंचे मनिंदर जी सिंह बिट्टा

राजस्थान के दौसा जिले में बुधवार को पहुंचे मनिंदर जीत सिंह बिट्टा ने मेहंदीपुर बालाजी का दर्शन किया और फिर मीडिया से रुबरू हुए. सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट यानी CAA के सवाल पर बोलते हुए बिट्टा ने कहा, हिंदुस्तान कोई धर्मशाला नहीं है, जहां पाकिस्तान से आ जाओ, बांग्लादेश से आ जाओ, श्रीलंका से आ जाओ.

हिंदुस्तान को धर्मशाला बनाने का वक्त गुजर गए, आज भारत एक ऐसी शक्ति बन गया है. इस देश में अब ऐसा नहीं चलेगा कि कोई कहीं से भी आकर हिंदुस्तान में बस जाए.                       -मनिंदर जीत सिंह बिट्टा

राजस्थान में स्कूलों में लड़कियों के हिजाब पहनने के विवाद पर बोलते हुए मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने कहा है कि राष्ट्रहित के लिए हम सबको एक होना पड़ेगा, इस देश को आजाद करने के लिए क्या हिंदू क्या मुसलमान क्या सिख, सब लोगों ने कुर्बानी दी है, इसलिए हिंदुस्तान को विश्व गुरु बनाने के लिए सबको आगे आना पड़ेगा.

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