Bundi News: राजस्थान के बूंदी में पुलिस ने हनी ट्रैप गैंग का खुलासा किया है. मामला जिले के नैनवा इलाके एक व्यापारी का अपहरण कर फिरौती मांगने का है. जिसमें पूरा मामला हनी ट्रैप से जुड़ा हुआ निकला. पुलिस ने इस मामले में गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. ये बदमाश हाडौती क्षेत्र में हनी ट्रैप गैंग बनाकर व्यापारियों को निशाना बनाते थे.ये लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लड़कियों की फर्जी अकाउट बनाकर व्यापारियों को निशाना बनाते थे. उन्हें कॉल कर मिलने के लिए बुलाते और उनका किडनैप कर उनके परिवार से मोटी फिरौती की रकम वसूलते थे
भाई ने कराई थी किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज
डीएसपी शंकर लाल ने बताया कि बूंदी के एक व्यापारी सुदीप जैन के भाई प्रदीप कुमार जैन ने अपने भाई की किडनैपिंग को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें उसने बताया था कि 12 मई को 3 बजे भाई सुदीप कुमार जैन नैनवां से जयपुर जाने के लिए निकला था. अचानक उसके पास भानजी रूचि जैन का उसके भतीजे अंकुश के पास फोन आया था कि मामा (सुदीप कुमार )को किडनैप कर लिया है. उन्हें छोडने के बदले 80 हजार रूपये मांगे रहे थे. उसकी भानजी ने आरोपियों को तीन किस्तों में रकम दी थी, पहली ऑनलाईन 49 हजार , दूसरी दस हजार और तीसरी 30 हजार रु की ट्रजेक्शन भेजी. जिसपर बदमाश और रकम देने का दबाव बना रहे थे. पुलिस ने प्रदीप की रिपोर्ट पर गंभीरता से एक्शन लेते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. जिसमें पुलिस टीम गठित की गई. इसमें थानाधिकारी महेंद्र कुमार यादव, हैड कांस्टेबल भोजेन्द्र सिंह, हैड कांस्टेबल टीमकचन्द , कांस्टेबल बंशीधर, कुलदीप, बंजरगलाल, राजेश कुमार को शामिल किया गया.
फिरौती लेकर बदमाशों ने छोड़ दिया था कोटा
डीएसपी शंकर लाल ने बताया कि बदमाशों ने व्यापारी से फिरौती की रकम लेने के बाद उसे कोटा में छोड़ दिया था. ऐसे में जांच टीम को शक था कि आरोपी कहीं वहीं के तो नहीं। इस पर पुलिस टीम ने दर्ज मामले में दो दिन तक कोटा में पड़ाव डाले रखा था. जहां मुखबिर की सूचना पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली. जिसमें गिरफ्तार आरोपियो में मोनू , अलीश खान, नरेन्द्र सिंह शामिल हैं. इन सभी आरोपियों से पूछताछ करने पर सामने आया कि उन्होंने नैनवां शहर की वारदात सहित कोटा सीटी, रामगंज मंडी, रामपुरा और हाड़ौती के अन्य जिलों में भी वारदातें की है.
फर्जी आईडी से फंसाते थे आरोपी
वहीं आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि हनी ट्रेप के मामलों में लाखों की ठगी करने वाली इस गैंग ने फेसबुकऔर इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बना रखी है, जिसमें लड़कियों की फोटो अपलोड कर फंसाते है, साथ ही किसी लड़की को अपने गैंग में शामिल कर शौकिन युवाओं से वीडियो और वोईस चैट कर फंसाकर फिर उनसे ठगी करते थे.फिलहाल गैंग के आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है, जिससे कई प्रकरणों का खुलासा होने की संभावना है.