कैसे अपने ही बैंक से मैनेजर ने किया 5 करोड़ का गबन? जानिए किशनगढ़ बैंक गबन कांड की इनसाइड स्टोरी 

Ajmer News: 17 फरवरी 2025 को अजमेर स्थित बैंक के प्रधान कार्यालय के कंप्यूटर सिस्टम ने अलर्ट दिया कि किशनगढ़ शाखा में तय सीमा से ज्यादा नकदी रखी जा रही है. मामला सामान्य नहीं लगा, जिसके बाद तुरंत जांच कमेटी बनाई गई.जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ.

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प्रतीकात्मक फोटो

Kishangarh branch of Ajmer Central Cooperative Bank: अजमेर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की किशनगढ़ शाखा में हुआ 4.95 करोड़ रुपये का गबन सिर्फ एक वित्तीय धोखाधड़ी नहीं, बल्कि बैंकिंग सिस्टम की खामियों की परतें खोलता है. जिसका आरोपी कोई और नहीं बल्कि शाखा का पूर्व प्रबंधक रिषभ शर्मा ही निकला, जिसे अब पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तार किया है.

17 फरवरी 2025 को अजमेर स्थित बैंक के प्रधान कार्यालय के कंप्यूटर सिस्टम ने अलर्ट दिया कि किशनगढ़ शाखा में तय सीमा से ज्यादा नकदी रखी जा रही है. मामला सामान्य नहीं लगा, जिसके बाद तुरंत जांच कमेटी बनाई गई.

पूरे गड़बड़झाले की रकम 4.95 करोड़ रुपये थी

लेकिन, जैसे ही जांच की रिपोर्ट आई, उसने सबको हैरान कर दिया. पता चला कि अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 के बीच, रिषभ शर्मा ने बैंक के विभिन्न खातों से रकम निकालकर अपने निजी HDFC खाते में डाल दी. इस पूरे गड़बड़झाले की रकम 4.95 करोड़ रुपये थी. दबाव पड़ने पर आरोपी ने 1.44 करोड़ रुपये वापस जमा करवा दिए, लेकिन बाक़ी 3.51 करोड़ रुपये उसके गबन का सबूत बन गए.

पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने स्पेशल टीम गठित कर आरोपी का पकड़ा 

मामला दर्ज होते ही अजमेर की पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने स्पेशल टीम गठित की. एएसपी दीपक कुमार शर्मा, सीओ सिटी अजय सिंह राठौड़ और थाना अधिकारी सुरेंद्र सिंह की अगुवाई में दबिशें दी गईं. आखिरकार जयपुर के माता नगर इलाके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. कोर्ट में पेश करने के बाद मैनेजर को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.

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