जेपी नड्डा का कोटा दौरा कितना अहम; धारीवाल, चांदना, और भाया के गढ़ में भाजपा की बैठक के मायने

भाजपा ने पहली सूची में 41 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। हालांकि, कोटा संभाग से अभी तक किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है. कोटा संभाग को भाजपा का गढ़ माना जाता है और इस संभाग में पार्टी के कुल 17 में 10 विधायक हैं.

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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा.
KOTA:

Rajasthan Assembly Elections 2023: बुधवार को भाजपा के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कोटा पहुंचे. जहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से साथ बैठक की. इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने एक बार फिर राजस्थान में भाजपा की सरकार आने की बात को दोहराया. उन्होंने गहलोत सरकार पर जमकर के निशाने साधे. नड्डा ने कानून व्यवस्था से लेकर पेपर लीक और किसानों की कर्ज माफी के मुद्दे को लेकर भी गहलोत सरकार को घेरा. भीलवाड़ा और करौली में हुई रेप की घटनाओं की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान अपराध की राजधानी बन रहा है देशभर के कुल अपराध का 22% के हैं जो कि शर्मनाक है.  

राजस्थान में चुनाव को लेकर नड्डा ने कहा कि, जनता मन बन चुकी है कांग्रेस सरकार को अलविदा कहने के लिए जनता तैयार बैठी है. इससे पहले नड्डा ने कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ के 17 विधानसभा सीटों का फीडबैक लिया. यहां के पदाधिकारियों जनप्रतिनिधियों और टिकट के दावेदारों के साथ बैठक की. 

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नड्डा का कोटा संभाग का दौरा अहम 

कोटा संभाग के सभी चार जिले उन 13 जिलों में से हैं जो पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के अंतर्गत आते हैं, जिसके लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार केंद्र से राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मांग रही है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को बारां जिले से ईआरसीपी पर जनजागरण अभियान की शुरुआत की थी.

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ईआरसीपी एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिससे लगभग 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने में मदद मिलेगी, साथ ही इससे कोटा संभाग सहित पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में पीने के पानी की समस्याओं का समाधान होगा.

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राजस्थान सरकार के तीन मंत्री कोटा संभाग से 

अशोक गहलोत सरकार के तीन मंत्री शांति धारीवाल (कोटा), प्रमोद जैन भाया (बारां) और अशोक चांदना (बूंदी) भी कोटा संभाग से हैं. इसको देखते हुए नड्डा का यह दौरा अहम माना जा रहा है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का विधानसभा क्षेत्र- झालरापाटन (झालावाड़) भी इसी संभाग में है. पार्टी ने राजे की भूमिका के बारे में कोई स्पष्टता नहीं दी है. राजे को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे देखा जा रहा है. हालांकि, पार्टी ने साफ कर दिया है कि चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे और पार्टी चिह्न 'कमल' पर लड़ा जाएगा.

वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी कोटा से आते हैं. वह कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि राजे के बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़-बारां से लोकसभा सदस्य हैं.

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