सीएम भजनलाल के दौरे से जोधपुर में शेखावत को कितना फायदा? कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह

जोधपुर सीट पर कांग्रेस ने करण सिंह उजियारड़ा को मैदान में उतारा है. करण सिंह यहां के स्थानीय नेता हैं. गजेंद्र सिंह चौहान के सामने करण सिंह उजियारड़ा को मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है.

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सीएम भजनलाल और गजेंद्र सिंह शेखावत

Rajasthan News: लोकसभा चुनाव 2024 में राजस्थान की जोधपुर लोकसभा सीट पर सभी की निगाहें. राजनीति के जानकारों का मानना है कि जोधपुर सीट पर बीजेपी उम्मीदवार गजेंद्र सिंह शेखावत के लिए टफ फाइट है. क्योंकि उनके प्रति बीजेपी कार्यकर्ताओं में उत्साह कम देखा गया था. वहीं, गजेंद्र सिंह शेखावत की उम्मीदवारी को लेकर टिकट मिलने से पहले ही सवाल खड़े किये जा रहे थे. हालांकि, उम्मीदवारी की घोषणा से पहले डाइमेज कंट्रोल किया गया. लेकिन इसके बावजूद कार्यकर्ताओं में उत्साह नहीं देखा जा रहा था. लेकिन एक बार फिर सीएम भजनलाल शर्मा ने डाइमेज कंट्रोल किया है और बीजेपी कार्यकर्ताओं में उत्साह को जगाने की कोशिश की है.

गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर सीट से अपना नामांकन कराया है. जिसमें सीएम भजनलाल शर्मा भी पहुंचे थे. भजनलाल शर्मा के आने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला. वहीं, उनके जाने के बाद भी कार्यकर्ताओं ने प्रचार प्रसार का मोर्चा संभाल लिया है.

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भजनलाल शर्मा के दौरे से शेखावत को मिलेगी ताकत

आपको बता दें, सीएम भजनलाल शर्मा का जोधपुर से पुराना नाता रहा है. भजनलाल शर्मा बीजेपी संगठन की ओर से बतौर चुनाव प्रभारी के रूप में जोधपुर में वह अपनी सेवा दे चुके हैं. यानी भजनलाल शर्मा का जोधपुर में मंडल स्तर के कार्यकर्ताओं से सीधा जुड़ाव रहा है. अब वह एक मुख्यमंत्री हैं तो कार्यकर्ताओं से उनका सीधा जुड़ाव काफी मायने रखता है. अब कहीं न कहीं उनका यह काम गजेंद्र सिंह शेखावत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. क्योंकि प्रधान चुनाव कार्यालय में भी सुबह से शाम तक जोधपुर संसदीय क्षेत्र की 8 विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा देखा जा रहा है.

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आपको बता दें, जोधपुर सीट पर कांग्रेस ने करण सिंह उजियारड़ा को मैदान में उतारा है. करण सिंह यहां के स्थानीय नेता हैं और वह यहां की राजनीति से वाकिफ हैं. गजेंद्र सिंह चौहान के सामने करण सिंह उजियारड़ा को मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है. ऐसे में गजेंद्र सिंह शेखावत को ज्यादा काम करने की जरूरत है. अब तक गजेंद्र सिंह शेखावत अपनी सीट के लिए काफी कॉफिडेंट थे. लेकिन हाल में बीजेपी के अंदर ही जितना हंगामा मचा है. उससे कहीं न कहीं शेखावत को डर जरूर होगा. अब देखना यह है कि सीएम भजनलाल के दौरे के बाद गजेंद्र सिंह शेखावत का पलड़ा कितना भारी होता है.

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