Ram Mandir Pran Pratishta: अयोध्या में रामजन्मभूमि पर बने श्रीराम के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उत्साह की लहर है. 22 जनवरी को जब अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा होगी तो उस दिन पूरे देश में एक साथ होली-दीवाली मनाई जाएगी. इसकी व्यापक तैयारी जारी है. शहर-बाजार, चौक-चौराहों पर इसका नजारा देखने को मिल रहा है.राम मंदिर के झंडे हर जगह बिकते नजर आ रहे हैं. पीएम मोदी की अपील के बाद देशभर के मंदिरों की सफाई हो रही है. छोटे-बड़े शहरों और कस्बों में भी लोग सेलिब्रेशन के मुड में नजर आ रहे है. कई जगहों पर इस मौके पर धार्मिक जुलूस निकालने की तैयारी भी की जा रही है. लेकिन इस बीच एक ऐसी खबर सामने आई जिससे लोगों की नीदें हराम हो गई है.
दरअसल राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव की तैयारी के बीच मंदिर से श्रीराम की प्रतिमा गायब हो गई. जैसे ही यह खबर सामने आई स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रशासन भी सकते में आ गया. यह हैरान करने वाला मामला राजस्थान के झूंझुनू जिले का है. जहां झूंझुनू जिले के सुलताना में स्थित राम मंदिर से भगवान राम की प्रतिमा रातों-रात गायब हो गई.
मूर्तियां भी गायब मिली, धर्मशाला का केयर टेकर भी मिला गायब
दरअसल 22 जनवरी को पूरे देश में मनाए जाने वाले उत्सव की तैयारियों को लेकर शनिवार को जब रामभक्त महिलाएं और पुरुष सुलताना गांव के बस स्टैंड पर माहेश्वरी धर्मशाला के अंदर स्थित राम मंदिर में पहुंचे तो वहां लगे राम दरबार की मूर्तियां गायब मिली. मौके पर धर्मशाला का केयर टेकर भी नहीं मिला. जिसके बाद यह सूचना आग की तरह फैल गई तो बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर पहुंच गए और मंदिर के बाहर ही धरना शुरू कर दिया.
ग्रामीणों ने बताया कि परसों, अष्टमी के दिन गांव की महिलाएं यहां आकर हमेशा की तरह भजन कीर्तन करके गई थी. जब आज दुबारा आई तो मंदिर में मूर्तियां गायब मिली. अब सुलताना के लोगों ने मूर्तियां वापिस स्थापित करने की मांग की है. वहीं यह कार्य करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में एसपी देवेंद्र विश्नोई ने भी सक्रियता दिखाई है. उन्होंने बताया कि मामले की सूचना आते ही टीमें सक्रिय कर दी गई थी.
माहेश्वरी सेवा निधि ट्रस्ट करता है संचालन
एसपी ने बताया कि धर्मशाला के अंदर मंदिर है. धर्मशाला का संचालन माहेश्वरी सेवा निधि ट्रस्ट द्वारा किया जाता है. प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने राम दरबार की मूर्तियों को मंदिर से हटाकर किसी गौशाला में रखवा दिया है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.
इधर, एक तरफ अयोध्या में रामलला की मूर्ति स्थापित होना और दूसरी तरफ सुलताना में मूर्तियों को हटाने की घटना का लेकर आक्रोश देखा जा रहा है. आपको बता दें कि धर्मशाला व मंदिर करीब तीन से चार दशक पुराने है. राम मंदिर से सुलताना गांव के लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है.
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