Rajasthan News: राजस्थान इंटेलिजेंस की रिपोर्ट पर किरोड़ी लाल मीणा के दावे और आधी रात को पुलिस द्वारा SI परीक्षार्थियों को गिरफ्तार करने के बाद किरोड़ी लाल का परीक्षार्थियों को पुलिस से छुड़वाने के बाद राजस्थान में सियासी बयानबाजी तेज़ हो गई हैं. कांग्रेस ने कहा है कि सरकार किरोड़ी लाल मीणा के बात सुने, वो उनके कैबिनेट मंत्री हैं.
राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि एक कैबिनेट मंत्री एक राज्य मंत्री के पास जा कर गुहार लगा रहा है, यह सरकार के लिए शर्मनाक बात है. एक कैबिनेट मंत्री रात में युवाओं को पुलिस के चुंगल से छुड़ा रहे हैं, अगर उन्होंने कुछ गलत किया तो राजकार्य में बाधा डालने के लिए किरोड़ी पर मामला दर्ज हो और अगर पुलिस गलत है तो पुलिस के खिलाफ एक्शन होना चाहिए.
''कबूतर आंख मीच ले तो बिल्ली उसे छोड़ देगी ?''
डोटासरा ने कहा कि एक कहावत है कि 'कबूतर आंख मीच ले तो बिल्ली उसे छोड़ देगी', ऐसे ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आंखें बंद किये हुए हैं. उन्हें लगता है कि वो इस सारे मामले में आंखें बंद करके सोच रहे हैं कि सारी समस्याएं हल हो जायेंगीं, लेकिन यह उनकी ग़लतफ़हमी है.
जूली ने- भाजपा सरकार की युवा विरोधी
इससे पहले भी कांग्रेस ने इस मुद्दे पर किरोड़ी लाल मीणा का समर्थन किया है, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि जयपुर में पुलिस द्वारा पढ़ाई कर रहे युवाओं को आधी रात में गिरफ्तार करना एक घोर निंदनीय और अलोकतांत्रिक कृत्य है. यह घटना भाजपा सरकार की युवा विरोधी और महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करती है.
जूली ने कहा, "यह घटना बताती है कि प्रदेश की भाजपा सरकार और पुलिस अब जनता के प्रति जवाबदेह नहीं रह गई है. यह सिर्फ छात्रों पर अन्याय नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है. भाजपा सरकार सत्ता के नशे में यह भूल गई है कि लोकतंत्र में जनता की आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता.
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