Rajasthan: बोर्ड परीक्षा में कम रहा रिजल्ट तो नपेंगे सरकारी टीचर, तबादला होगा और 17 सीसीए की कार्रवाई भी होगी 

Rajasthan: शिक्षा विभाग ने न्यून परीक्षा परिणाम को लेकर मापदंड भी निर्धारित कर रखे हैं. इसमें व्याख्याताओं के लिए 12वीं कक्षा में विषय को परीक्षा परिणाम 70 प्रतिशत या उससे कम और 10वीं का विषय परिणाम 60 प्रतिशत या उससे कम रहने पर शिक्षक के रिजल्ट को कम माना जाएगा.

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राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर

Rajasthan Board Results: माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने बोर्ड कक्षाओं के परीक्षा परिणाम की समीक्षा के मापदंड के संबंध में नया परिपत्र जारी किया है. कम परीक्षा परिणाम रहने पर की जाने वाली कार्रवाई में परिवर्तन हुआ है. अब 5 वर्ष में एक बार परीक्षा परिणाम निर्धारित पैरामीटर से कम रहने पर जहाँ सम्बन्धित शिक्षक और संस्था प्रधान को लिखित चेतावनी मिलेगी साथ ही तबादला भी किया जा सकेगा. वहीं लगातार 2 वर्ष या 5 वर्ष में कुल 3 वर्ष बोर्ड कक्षाओं का रिजल्ट कम रहने पर संबंधित शिक्षक के खिलाफ 17 सीसीए की कार्रवाई होगी. 

नए प्रावधान में कार्यवाहक संस्था प्रधानों को राहत भी दी गई है जैसे व्याख्याता या कोई शिक्षक अपनी कक्षा पढ़ाने के साथ प्रधानाचार्य का कार्य करता है, तो उसके संस्था प्रधान के रूप में परीक्षा परिणाम निर्धारित मापदंड से आधा यानी 50% रहने पर ही न्यून माना जाएगा. वहीं विषय की योग्यता नहीं रखने वाले शिक्षकों द्वारा उच्च कक्षाओं में शिक्षक करने पर उन्हें भी मापदंड में 50% शिथिलता दी गई है. नए प्रावधान 10वीं 12वीं सहित 8वीं और 5वीं कक्षा के संस्थान प्रधानों और शिक्षकों के लिए सेशन 2024-25 से प्रभावी होंगे.

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शिक्षक संघ ने जताई नाराज़गी 

राजस्थान प्राथमिक माध्यमिक शिक्षक संघ के मुख्य महामन्त्री महेन्द्र पाण्डे कहना है कि यह निर्णय ठीक है. एक वर्ष के न्यून परिणाम पर केवल लिखित चेतावनी और न्यून परीक्षा परिणाम की गणना 5 वर्ष से करने पर शिक्षकों को राहत मिलेगी और साथ ही विभाग का कार्यभार भी कम होगा.

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यह रहेंगे काम परीक्षा परिणाम के मापदंड 

शिक्षा विभाग ने न्यून परीक्षा परिणाम को लेकर मापदंड भी निर्धारित कर रखे हैं. इसमें व्याख्याताओं के लिए 12वीं कक्षा में विषय को परीक्षा परिणाम 70 प्रतिशत या उससे कम और 10वीं का विषय परिणाम 60 प्रतिशत या उससे कम रहने पर और 8वीं और 5वीं में 40% या इससे अधिक विद्यार्थियों के 'ई' ग्रेड आने पर सम्बन्धित शिक्षक के रिजल्ट को कम माना जाएगा.

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जबकि संस्था प्रधान के लिए 10वीं का परिणाम 50 प्रतिशत या उससे न्यून रहने पर एवं कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत या उससे कम तथा आठवीं और पांचवीं के परीक्षा परिणाम में 50% या इससे अधिक विद्यार्थियों के 'ई' ग्रेड आने पर संस्था प्रधान के रिजल्ट को न्यून माना जाएगा.

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