सर्दी में तला, भुना, नमकीन पसंद आता है? तो संभल जाएं वरना पड़ जाएंगे लेने के देने

सही मात्रा में लिया गया नमक शरीर के लिए वरदान है, लेकिन नमक का अत्यधिक सेवन शरीर को बीमार कर देता है.

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सर्दियों में तली हुई खाने की चीजें स्वादिष्ट लगती हैं
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सर्दियां बहुत सारे लोगों को बहुत पसंद आती हैं. इसकी एक बड़ी वजह सर्दियों में खाने का लुत्फ़ बढ़ जाता है. गर्मियों में जहां लस्सी, छाछ, आइसक्रीम, शर्बत जैसी ठंडी चीज़ें ज़्यादा पसंद की जाती हैं, वहीं सर्दियों में चाट, पकौड़े और कई प्रकार की तली, भुनी और चटपटी चीजें लोग बड़े चाव से खाते हैं. इसकी एक वैज्ञानिक वजह है. दरअसल, सर्दियों के मौसम में भूख बढ़ जाती है, क्योंकि पाचन शक्ति दोगुनी तेजी से काम करती है. ऐसे में तली, भुनी और नमकीन चीजें खाने का मन करता है. वैसे काम के समय नमकीन और चाय पीने की आदत सभी की लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुकी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार नमक से बने पदार्थों का सेवन करना शरीर के लिए कितना हानिकारक हो सकता है?

हमें अंदाजा ही नहीं लगता है कि हम कितना नमक शरीर को खिला रहे हैं. आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ने इस बात को माना है कि ज्यादा नमक का सेवन शरीर को बीमार कर देता है.

आयुर्वेद कहता है कि सही मात्रा में लिया गया नमक शरीर के लिए वरदान है, लेकिन नमक का अत्यधिक सेवन शरीर को बीमार कर देता है. अधिक नमक का सेवन हाई बीपी और दिल संबंधी रोगों का जनक बन सकता है. ये पित्त और कफ को असंतुलित कर देता है, जिससे जोड़ों में दर्द की परेशानी होने लगती है, तो चलिए जानते हैं कि अधिक नमक के सेवन करने के कितने दुष्प्रभाव हो सकते हैं.

नमक का किडनी पर पड़ता है असर

नमक के अधिक सेवन से किडनी की कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ता है. अगर लंबे समय तक नमक या नमक से बनी चीजों का सेवन किया जाए तो किडनी खराब हो सकती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किडनी को सोडियम फिल्टर करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. लगातार बढ़ता बोझ किडनी को खराब कर सकता है.

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नमक का सेवन हाई बीपी और शरीर की सूजन को बढ़ाने का काम करता है. सोडियम की मात्रा रक्त में पानी की मात्रा को बढ़ा देती है और इससे कोशिकाओं पर अधिक दबाव बनता है. इससे बीपी बढ़ने लगता है. बीपी के साथ शरीर पर सूजन भी बढ़ने लगती है. जब किडनी पर बोझ बढ़ जाता है, तो चेहरे पर, आंखों के नीचे, और पैरों पर सूजन आ जाती है, जो संकेत देती है कि किडनी ठीक से काम नहीं कर रही.

तली हुई नमकीन चीज़ों से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है
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हड्डियां हो सकती हैं कमज़ोर

अधिक नमक का सेवन हड्डियों को भी कमजोर करता है और पेट में जलन पैदा करता है. जब शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है, शरीर में मूत्र के साथ कैल्शियम निकलना शुरू हो जाता है और हड्डियां अपनी ताकत खो देती हैं. ऐसे में जोड़ों में दर्द और घुटनों में दर्द की परेशानी होने लगती है.

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इससे बचने के लिए नमक का सेवन कम करें. खाने में काला नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर लगता है कि खाने में नमक कम है तो ऊपर से काले नमक का इस्तेमाल करें या स्वाद को ठीक करने के लिए नींबू भी डाल सकते हैं. इसके अलावा, सब्जी में थोड़ा सेंधा नमक भी मिलाएं. शरीर में अधिक नमक को संतुलित करने के लिए पानी भी लगातार पीते रहें.

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