बाबा विजय दास आत्मदाह मामले में पुलिस के काम पर IG ने ही उठाया सवाल, ASP को सौंपा केस, दोबारा होगी जांच

बाबा विजय दास के आत्मदाह मामले की फाइनल रिपोर्ट से आईजी राहुल प्रकाश सहमत नहीं है. इसीलिए उन्होंने कामां के एडिशनल एसपी को दोबारा से जांच करने के निर्देश दिए हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
बाबा विजय दास. (फाइल फोटो)

Rajasthan News: राजस्थान के डीग जिले में ब्रज की धरोहर आदिबद्री एवं कनकाचल पर्वत पर अवैध खनन (Illegal Mining) रुकवाने और प्रकृति की रक्षा की मांग को लेकर बाबा विजय दास ने आत्मदाह (Baba Vijay Das Self-Immolation) कर लिया था. इस मामले में जांच अधिकारी की ओर से प्रस्तावित की गई फाइनल रिपोर्ट (FR) पर आईजी ने सहमति नहीं जताई. इसी के चलते उन्होंने एडिशनल एसपी कामां को दोबारा जांच कराने के निर्देश जारी कर दिए.

यहां कृष्ण भगवान की लीलाओं के प्रमाण

कामा स्थित आदिबद्री व कनकाचल पर्वत ब्रज की धरोहर है. यहां कृष्ण भगवान की लीलाओं के प्रमाण मौजूद हैं. इन पर्वतों पर लंबे समय से खनन माफियाओं के द्वारा अवैध खनन किया जा रहा था. बाबा विजय दास अवैध खनन को बंद करने इन पर्वतों की रक्षा के लिए राजस्थान सरकार और जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर अवगत भी कर चुके थे. जब इस मामले पर सरकार और स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई तो 16 जनवरी 2021 से धरना दिया जा रहा था. इसके बाद भी कोई भी सुनवाई नहीं हो रही थी. कभी कोरोना तो कभी आचार संहिता का बहाना लगाकर टाल दिया जाता था.

Advertisement

वर्ष 2022 में खुद को लगा ली थी आग

इस बात से नाराज होकर बाबा विजय दास ने पसोपा गांव में धरना स्थल के पास 20 जुलाई 2022 को सुबह 11.30 बजे खुद को आग लगा ली थी. जिनकी बाद में उपचार के दौरान दिल्ली में मौत हो गई थी. इस प्रकरण में पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया था, उसमें एफआर प्रस्तावित कर दी गई. लेकिन भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश जांच से सहमत नहीं हैं, और उन्होंने इसकी जांच एडिशनल एसपी को सौंप दी है.

Advertisement

'किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा'

उन्होंने कहा है कि पसोपा गांव में बाबा विजयदास ने क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन के विरोध एवं पर्यावरण की रक्षार्थ आत्मदाह किया था. इस प्रकरण में पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया था. इसमें जांच अधिकारी की ओर से एफआर प्रस्तावित की गई थी. उससे मैं सहमत नहीं हूं. उसी आधार पर एडिशनल एसपी कामां सतीश कुमार यादव को पत्रावली दोबारा से जांच को दी गई है. इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

Advertisement

ये भी पढ़ें:- 'मुझे खरोंच भी आई तो पायलट जिम्मेदार होगा', राधा मोहन बोले- 'मैंने आपकी आलोचना की है.. धन्यवाद दीजिए'