Rajasthan News: सरिस्का बाघ अभयारण्य में एसटी-27 ने पहली बार शावकों को जन्म दिया. सरिस्का में करीब ढाई महीने में दूसरी बार खुशी की खबर मिली है. इससे पहले 13 मार्च को बाघिन एसटी-12 तीन शावकों के साथ नजर आई थी. सरिस्का के लिए वर्ष 2024 खुशियां लेकर आया है, जिससे सरिस्का आबाद होता जा रहा है.
सरिस्का में 11 नर और 14 मादा बाघ हैं
सरिस्का में अभी 11 नर, 14 मादा और 10 शावक हैं. वन मंत्री ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए सरिस्का के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है. सरिस्का में बाहर से और टाइगर लाने के प्रयास किए जाएंगे. बाघों की संख्या बढ़ने से पर्यटन बढ़ेगा.
बाघिन एसटी-27 ने पहली बार शावकों जन्म दिया
सरिस्का बाघ अभयारण्य में बाघिन एसटी-27 ने पहली बार शावकों को जन्म दिया है. बाघिन एसटी-27 की टैरिटरी टहला और अजबगढ रेंज रही है. कैमरा टैप में शावकों के साथ बाघिन इसी क्षेत्र में दिखाई दी है. बाघिन एसटी-27 के साथ दिखे शावकों की उम्र करीब 2 महीने है.
एसटी-14 नानी बन गई
यह बाघिन एसटी-14 की संतान है. यानी दो शावकों के कैमरा टैप में दिखाई देने से बाघिन एसटी-14 भी नानी बन गई है. वन्यजीव प्रेमियों के अनुसार बाघिन एसटी-27 के साथ करीब दो दिन पहले एक शावक दिखाई दिया था, इसके बाद बाघिन एसटी-27 की गतिविधियों पर नजदीक से नजर रखी गई.
सरिस्का में अब 35 बाघ हो गए
गलवार रात को इस बाघिन के साथ कैमरा टैप में 2 शावक नजर आए. सरिस्का के डीएफओ महेन्द्र शर्मा ने बताया कि बाघिन एसटी-27 के साथ दो शावक दिखे हैं. सरिस्का में अब बाघों का कुनबा 35 हो गया है. वन मंत्री संजय शर्मा ने सरिस्का में 2 नए शावक दिखाई देने पर खुशी जताई है. साल 2004 में सरिस्का से बाघों का सफाया हो गया था, लेकिन 2008 में तत्कालीन सरकार ने सरिस्का में बाघों का पुनर्वास कराया था. विश्व में पहली बार ऐसा हुआ था.
सरिस्का की टीम कर रही मॉनिटरिंग
सरिस्का प्रशासन की ओर से बाघिन और उनके शावकों पर नजर रखी जा रही है. सरिस्का की टीम उनकी मॉनिटरिंग कर रही है. जगह जगह कैमरे लगाए गए. अभी बाघिन का फिलहाल टहला रेंज में मूवमेंट है. सरिस्का में लगातार बाघों का कुनबा बढ़ रहा है. सरिस्का का एक बाघ जमवारामगढ़ के जंगल में मूवमेंट कर रहा है. जबकि बफर जोन में कुल 7 बाघ है. अन्य बाघ सरिस्का के घने जंगल में घूम रहे हैं. इसके अलावा बाघ एसटी 13 बीते ढाई साल से लापता है.
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