राजस्थान में सरकारी तंत्र पर बड़ा सवाल, जीवित बहू को मृत बताकर आधार कार्ड से नाम हटवाया, नहीं है जिंदा होने का प्रमाण...

राजस्थान के डीग में जिंदा बहू का ससुराल पक्ष ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर उसका नाम जन आधारा कार्ड से हटवा दिया. अब उसके पास जिंदा होने का प्रमाण नहीं है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rajasthan News: राजस्थान के डीग जिले में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जहां एक महिला के पास खुद के जीवित होने का प्रमाण नहीं है. क्योंकि पति-पत्नी के विवाद के चलते ससुर ने बहु को मृत बताकर उसका नाम फर्जी दस्तावेज के जरिए जन आधार कार्ड से नाम हटवा दिया.अब पीड़िता का चयन नर्सिंग ऑफिसर में हुआ है तो उसके पास सत्यापन के लिए जाति और मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने में दिक्कत आ रही है. क्योंक वह पहले से ही मृत घोषित है. ऐसे में एक जीवित महिला को मृत घोषित करवाना राजस्थान में सरकारी तंत्र पर बड़े सवाल खड़े करती है.

शिकायत के बाद भी पुलिस ने 9 महीने से नहीं की कार्रवाई

इतना ही नहीं पीड़िता ने पीड़िता ने ससुराल पक्ष के सदस्यों और सेकेट्री पर षडयंत्र रचकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर जनाधार कार्ड से नाम हटवाने के आरोप लगाए है. पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में तहरीर देकर कुम्हेर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है. लेकिन इसके बावजूद करीब 9 माह से अधिक समय होने पर भी आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है. अब पीड़िता आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर भरतपुर स्थित सीएम जनसुनवाई केंद्र पर पहुंची और अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है.

Advertisement

ससुराल पक्ष ने बनवाया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र

पीड़िता अंजू भट्ट ने बताया कि कुम्हेर स्थित विजय नगर निवासी सुरेंद्र कुमार के साथ शादी हुई थी.पति और मेरे बीच में विवाद चल रहा है. जिसका फायदा उठाकर ससुर मोहरपाल, सास शांति देवी, पति सुरेंद्र कुमार और देवर पुष्पेंद्र सिंह के साथ ग्राम पंचायत रूंध हेलक सचिव ने षडयंत्र रचकर मेरा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया. इसके बाद मृत्यु प्रमाण पत्र पेश कर 28 मई 2023 को जन आधार कार्ड से मेरा नाम हटवा दिया. जबकि में वर्तमान में मैं जीवित हूं. जब मुझे इसकी जानकारी हुई तो इस मामले को लेकर के मैंने कोर्ट द्वारा तहरीर देकर ससुराल पक्ष के साथ सचिव के खिलाफ 28 अगस्त 2023 को कुम्हेर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया. इस मामले को 9 माह होने के चलते पुलिस के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

Advertisement

सीएम जनसुनवाई केंद्र में पीड़िता ने लगाई गुहार

पीड़िता गुरुवार को भरतपुर स्थित मुख्यमंत्री जनसुनवाई केंद्र पर पहुंची जहां उसने अधिकारियों से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरा चयन नर्सिंग ऑफिसर में हो गया है. उसके सत्यापन के लिए मुझे जाति प्रमाण पत्र और मूल निवास की आवश्यकता है. लेकिन मेरे ससुराल पक्ष के सदस्यों और ग्राम पंचायत रूंध हेलक सचिव द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर मेरा नाम जन आधार कार्ड से हटवा दिया है. जिसके चलते मुझे दस्तावेज बनवाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उसने दस्तावेज बनवाने के साथ-साथ आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

Advertisement

यह भी पढ़ेंः झुंझुनूं में दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या करने वाले शराब ठेकेदार के ठिकानों पर चला बुलडोजर, एसपी बोले- सभी पर होगी कार्रवाई

    Topics mentioned in this article