राजस्थान में श्मशान में भी दबंगों की दबंगई, ताला जड़कर रोकी शवयात्रा, प्रदर्शन के बाद जागा प्रशासन

जयपुर के निकट कोटपूतली में श्मशान में दबंगों की दबंगई देखने को मिली है. जहां दबंगों ने श्मशान के गेट पर ताला जड़कर शवयात्रा को रोक दिया.

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Rajasthan News: राजस्थान में सरकार दबंगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करने के निर्देश देते हैं. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि दबंग अपनी दबंगई करने से बाज नहीं आ रहे हैं. राजधानी जयपुर के निकट कोटपूतली में श्मशान में दबंगों की दबंगई देखने को मिली है. जहां दबंगों ने श्मशान के गेट पर ताला जड़कर शवयात्रा को रोक दिया. जब गुस्साए ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू किया तो प्रशासन मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाइश की लेकिन दबंगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.

मामला कोटपूतली के पावटा के भांकरी का है. जहां कुछ लोगों ने श्मशान की ओर जाने वाले रास्ते में लगे गेट पर ताला जड़ दिया. इस वजह से शवयात्रा बीच में रुक गई. इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शव को जमीन पर रखकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही SDM और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन आक्रोशित लोगों ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई और स्थायी समाधान की मांग की.

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4 घंटे तक रुकी रही शव यात्रा

जानकारी के मुताबिक भांकरी गांव में कालूराम गढ़वाल का देहांत होने पर उसकी शव यात्रा श्मशान स्थल की ओर जा रही थी. श्मशान जाने वाले रास्ते में दबंगों ने रास्ता रोक कर गेट पर ताला जड़ दिया. जैसे ही शवयात्रा  श्मशान स्थल की ओर जा रही थी और शवयात्रा में शामिल लोगों ने गेट खोलने का प्रयास किया तो दूसरे पक्ष की महिलाओं ने विरोध किया और गेट नहीं खोलने दिया. साथ ही उन्होंने शवयात्रा में शामिल लोगों से धक्का-मुक्की भी की. इससे नाराज लोगों ने शव को जमीन पर रख दिया और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. सूचना पर SDM भी मौके पर पहुंचे और समझाइश की. इसके बाद करीब 4 घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया.

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कई बार रोक चुके हैं शवयात्रा

लोगों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब दबंगों ने इस रास्ते को अवरुद्ध किया हो. इससे पहले भी कई बार शवयात्राओं को रोका गया है. जिससे गांव में तनाव की स्थिति बनी रहती है. गांव के लोगों ने प्रशासन से श्मशान घाट तक जाने वाले रास्ते को पूरी तरह से मुक्त कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. हालांकि इस मामले में प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

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