राजस्थान में बढ़ रहा डेंगू-मलेरिया का प्रकोप, इन तीन जिलों में ज्यादा खतरा, प्रशासन करवा रहा छिड़काव

राजस्थान में मौसमी बीमारियों का दौर शुरू हो गया है. बीकानेर में अभी तक 257 मरीज डेंगू के और 53 मरीज मलेरिया के सामने आ गए हैं और कोटा में 134 डेंगू पॉजिटिव रोगी मिले हैं.

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Dengue, Malaria in Rajasthan: राजस्थान में मौसमी बीमारियों ने लोगों को परेशान कर रखा है. प्रदेश में पहले तेज बारिश ने लोगों को परेशान किया. बारिश रुकने के बाद तापमान बढ़ा. इसके बाद अस्पतालों में डेंगू, मलेरिया, अलावा खांसी-जुकाम और वायरल बुखार के मामलों के ग्राफ तेजी से बढ़ गया. प्रदेश में कई जिलों में इस समय डेंगू, मलेरिया के मामले आ रहे हैं. जिसमें बीकानेर, जोधपुर और कोटा शामिल है.  

बीकानेर में मिले 257 डेंगू के मरीज

बीकानेर में स्वास्थ्य विभाग जिले के विभिन्न इलाकों में जाकर लोगों को अवेयर करने में लगा हुआ है और लोगों के घरों में स्प्रे कर रहा है. इस अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 620 टीमें बना रखी है, जिनमें 16 सौ से अधिक नर्सिंग अधिकारी और उनके सहयोगी काम कर रहे हैं. बीकानेर में अभी तक 257 मरीज डेंगू के और 53 मरीज मलेरिया के सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगभग 1.5 लाख घरों में विजिट कर चुकी है.

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जोधपुर में 15 से 20 प्रतिशत मरीज बढ़े ओपीडी में

जोधपुर जिले में महात्मा गांधी चिकित्सालय में भी इन दिनों मौसमी बीमारियों के रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है. चिकित्सा विभाग ने भी अब रेजिडेंट डॉक्टर्स के अलावा वरिष्ठ चिकित्सकों को भी इलाज में लगा दिया है. मैदान में उतार दिया है. डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ नरेंद्र सक्सेना ने बताया कि मानसून के बाद अधिकांश मौसमी बीमारियों के ग्राफ में इजाफा होता है. जोधपुर में भी डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार के मामले सामने आ रहे हैं. सामान्य दिनों की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत ओपीडी और आईपीडी में ये मामले बढ़े हैं.

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कोटा में 134 डेंगू मरीज मिले, जलभराव के क्षेत्रों में हो रहा छिड़काव

कोटा जिले में इस साल अब तक 134 डेंगू पॉजिटिव रोगी सामने आए हैं जबकि स्क्रबटायफस और मलेरिया के रोगी भी लगातार इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे है. डेंगू की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार बीते कई दिनों से घर-घर सर्वे कर रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

साथ ही जलभराव वाले इलाकों में दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. वहीं कोटा नगर निगम की ओर से भी डेंगू प्रभावित इलाकों में फागिंग की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि डेंगू को अत्यधिक मात्रा में फैलने से रोका जा सके.

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