पाकिस्तान के सॉफ्ट टारगेट पर जैसलमेर, सीमा पर बढ़ी सुरक्षा, एंटी ड्रोन सिस्टम किए जा रहे तैनात

Indo-Pak Border: गंगानगर और बीकानेर में लगातार तस्करी का पर्दाफाश होना सीमा सुरक्षा बल के जवानों की सतर्कता और बढ़ती चौकसी की ओर इशारा करता है. ऐसे में अब पश्चिमी राजस्थान को भी टारगेट किया जा सकता है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Rajasthan News: भारत पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाक की नापाक हरकते रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. सरहद पार से ड्रोन के जरिए तस्करी तो कभी जासूसी के के प्रयास होते हैं. लेकिन हाल ही में 13 मार्च को एक बार फिर पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए भारतीय सीमा में हेरोइन के पैकेट गिराए हैं. जिसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 8 करोड़ से भी ज्यादा है. पंजाब से लगते राजस्थान के इलाकों में लगातार बढ़ रही घटनाओं को लेकर पश्चिमी राजस्थान से लगती भारत-पाक सीमाओं पर सीमा सुरक्षा भी सतर्क है. एंटी ड्रोन सिस्टम भी तैनात किए जा रहे है.

गंगानगर और बीकानेर में तस्करी के चलते बढ़ी सुरक्षा

गंगानगर और बीकानेर में लगातार तस्करी का पर्दाफाश होना सीमा सुरक्षा बल के जवानों की सतर्कता और बढ़ती चौकसी की ओर इशारा करता है. ऐसे में अब पश्चिमी राजस्थान को भी टारगेट किया जा सकता है. इसलिए बाड़मेर जैसलमेर के इलाकों में भी BSF अलर्ट है. जैसलमेर बाड़मेर से लगती भारत पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन थ्रेट को लेकर अभी से सतर्कता जरूरी है.

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सीमा सुरक्षा बल ड्रोन थ्रेट से निपटने के लिए कितना तैयार है. इसको लेकर BSF के DIG योगेंद्र सिंह ने बताया की सीमा सुरक्षा बल की परिभाषाएं भी चेंज हो रही हैं, क्योंकि पहले फिजिकल गार्डिंग से हम इफेक्टिवली कंट्रोल कर रहे थे. लेकिन जब से ड्रोन का थ्रेट बढ़ा है तो हमें भी सोचने पर मजबूर कर दिया कि हम नए इस चैलेंज को किस प्रकार से स्वीकार करें. लेकिन बीएसएफ ने बखूबी इस तरह के चेलेंज को स्वीकार किया है और यही वजह है कि ड्रोन गतिविधियों पर कार्यवाही हो पाती है.

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कुछ जगहों पर लगाए जा रहे एंटी ड्रोन सिस्टम

DIG योगेंद्र ने बताया कि ड्रोन थ्रेट जब नया-नया शुरू हुआ था उसके बाद से अभी तक भी कई ड्रोन बीएसएफ के प्रहरियों ने मार गिराए हैं, क्योंकि वह हमेशा चौंकन्ने रहते हैं. हमारी पूरी सीमा के ऊपर निगरानी रहती है, हर एक्टिविटी को तुरंत भाप लेते हैं और उसके अनुसार कार्रवाई करते हैं. सरहदों पर एंटी ड्रोन सिस्टम डिप्लोय किए है. कई जगहों पर एंटी ड्रोन सिस्टम लग गए है पर कुछ जगहों पर लग रहे हैं.

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सख्ती होने पर दूसरे इलाकों में पसार सकते हैं पांव

बॉर्डर एरिया में सीमा सुरक्षा बल के साथ पुलिस व अन्य एजेंसिया समन्वय बिठाकर काम कर रही है. बाड़मेर जैसलमेर में खुली आबादी क्षेत्र में पहरा पुलिस के लिए चुनौती है. लेकिन लोकल आसूचना तंत्र मजबूत कर पुलिस काम कर रही है. साथ ही ऐसे लोगों पर भी नजर रखी जा रही है को अचानक धनी हो रहे है.

जोधपुर रेंज के पुलिस आईजी विकास कुमार का कहना है कि सतर्कता जरूरी है,क्योकि अगर कल तक पड़ोसी के घर में जाकर डाका डाल रहा है तो हमारा भी नंबर आएगा. अगर हम नहीं जागरूक होंगे तो तो अभी हमारे यहां पंजाब के इलाके में काफी ड्रॉपिंग हुई है.

पड़ोसी जिले बीकानेर गंगानगर तक हो गई, वहां सख्ती बढ़ेगी. सतर्कता ज्यादा होगी तो धीरे-धीरे वो पलायन करके अपने पांव जैसलमेर-बाड़मेर की तरफ पसारने का प्रयास करेंगे.

भारत कि खिलाफ पाकिस्तान छेड़ रहा अप्रत्यक्ष युद्ध

वरिष्ठ पत्रकार शरद व्यास बताते है कि पश्चिमी राजस्थान का जो ये सीमावर्ती क्षेत्र है, ये सबसे बड़ा बॉर्डर है, लगभग 1070 किलोमीटर की सीमा है. इस पर पाकिस्तान का एक विशेष प्लान चल रहा है, वह भारत से अप्रत्यक्ष-प्रत्यक्ष युद्ध लड़ने के बाद अब अप्रत्यक्ष उसने एक युद्ध छेड़ रखा है. जिसमें गंगानगर वो यूज कर रहा है. वहां की जो आबादी नकट है स्मगलिंग करके हेरोइन अन्य मादक पदार्थ और हथियार भी गिराने की कोशिश में रहता है.

बाड़मेर और जैसलमेर को वो जासूसी का केंद्र बनाने का प्रयास रहे हैं. लेकिन भारत को क्रैश करने की वैसी सोच रख के उसकी सुरक्षा के उपाय करने होंगे. प्रधानमंत्री का संदेश है कि हम स्वदेशी तकनीक से एंटी ड्रॉन तैयार कर रहे हैं, सिस्टम पूरा और वो जल्दी ही आ जाएगा.

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