1 अक्टूबर को इंटरनेशनल कॉफी डे, जानें इसके पीछे की क्या है मान्यता

कॉफी के उत्पादन में भारत छठे स्थान पर है. अगर स्वाद की बात करें, तो भारत की कॉफी का टेस्ट और इसकी क्वालिटी काफी अच्छी मानी जाती है. कॉफी का हमारे सेहत पर काफी अच्छा असर पड़ता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फाइल फोटो.

चाय के बाद कॉफी ज्यादातर लोगों की हॉट ड्रिंक में पहली पसंद होती है. 1 अक्टूबर को हर साल इंटरनेशनल कॉफी डे मनाया जाता है. खासतौर से ऑफिस वाले लाइफस्टाइल में कॉफी का चलन काफी बढ़ गया है. आइए जानते है कि इंटरनेशनल कॉफी डे मनाने के पीछे की मान्यता क्या है. इंटरनेशनल कॉफी डे मनाने का मकसद इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को सम्मानित करना है. इंटरनेशनल कॉफी डे मनाने के बहाने से हर साल इस दिन कॉफी से जुड़े व्यवसायियों और इसकी खेती करने वाले किसानों की सराहना की जाती है. 

2015 से कॉफी डे मनाने का ऐलान 

लंदन में अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन की स्थापना 1963 में की गई थी. इस संगठन का काम है कि यह कॉफी और रणनीतिक दस्तावेज के विकास से जुड़े मामलों को देखे. इस संगठन ने 1 अक्टूबर 2015 को इंटरनेशनल कॉफी डे मनाने का ऐलान किया था. इससे पहले स्थानीय स्तर पर इंटरनेशनल कॉफी डे मनाया जाता रहा है. चीन में पहला इंटरनेशनल कॉफी डे 1997 में मनाया गया. इसके बाद नेपाल में 17 नवंबर 2005 को मनाया गया. इसके बाद से दुनिया के कई देशों में इसे मनाया जाने लगा.

शरीर में फैट कम करने में मदद मिलती है 

कॉफी का उत्पादन ज्यादातर लैटिन अमेरिका, सब सहारा, अफ्रीका, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे गर्म जगहों पर होता है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 17वीं शताब्दी में ईस्ट इंडिया कंपनी और डच ईस्ट इंडिया कंपनी कॉफी की सबसे बड़ी खरीदार बनी. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि हर इंसान को कॉफी अच्छी लगे, या उसे पीने से फायदा हो. लेकिन आमतौर पर कॉफी से शरीर में मौजूद फैट कम करने में मदद मिलती है. आज के समय में वजन और फैट कम करना ट्रेंड में है. इसलिए ज्यादातर लोग खासकर युवा, कॉफी का सेवन करना पसंद करते हैं.

कॉफी पीने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है 

कॉफी पीने से आपका मेटाबॉलिज्म तेज होता है. इसके अलावा, यह आपको इंस्टेंट एनर्जी भी देती है. कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों के खतरे को कम करते हैं. इसके अलावा, यह आपके डाइजेशन में सुधार करता है. लेकिन यह जरूरी नहीं कि कॉफी का असर हर व्यक्ति के शरीर पर एक समान हो. इसलिए अपनी सेहत देखें और अगर कोई परेशानी है, तो डॉक्टरों की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें.

Advertisement

कॉफी बीन्स अरेबिका, रोबस्टा, लिबरिका और एक्सेला समेत कई प्रकार के हैं. इसके साथ ही पेय वाली कॉफी में एक्सप्रेसो, अमेरिकानो, कैपुचिनो, लाते, मोचा, मैकियाटो, लंगो और रिस्ट्रेटो समेत अन्य कई प्रकार के होते हैं.

यह भी पढ़ें: साधु बनकर रेड मारने पहुंची ACB की टीम, ASI ने पेड़ के पत्ते पर लिखकर मांगी रिश्वत; रंगे हाथ पकड़ा

Advertisement