UDH Minister Jhabar Singh kharra: शेखावाटी की कलात्मक विरासत और हवेलियों के विश्व प्रसिद्ध शहर मंडावा में बुधवार (24 दिसंबर) को विचारों का महाकुंभ सजा. NDTV राजस्थान के विशेष कॉन्क्लेव ‘राइजिंग राजस्थान: विकास भी, विरासत भी' में राज्य की तरक्की और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण पर गहन चर्चा की जा रही है. कॉन्क्लेव के पहले सत्र में प्रदेश के UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने शिरकत की और मंत्रिमंडल विस्तार से लेकर अरावली संरक्षण जैसे मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी.
मंत्रिमंडल विस्तार पर बोले मंत्री: ‘यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार'
लंबे समय से चल रही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए झाबर सिंह खर्रा ने NDTV राजस्थान के विशेष कॉन्क्लेव ‘राइजिंग राजस्थान: विकास भी, विरासत भी के मंच से इस विषय को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से नेतृत्व का निर्णय है. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में बदलाव या विस्तार करना मुख्यमंत्री और शीर्ष नेतृत्व का काम है. वे जब उचित समझेंगे, इसे पूरा कर लेंगे.
अरावली हमारी विरासत है
इसके बाद उन्होंने अरावली पर्वतमाला को लेकर चल रहे कयासों पर विराम लगाते हुए कहा कि अरावली हमारी विरासत है और इसे किसी भी कीमत पर नुकसान नहीं होने दिया जाएगा. साथ ही इसके खनन को लेकर फैलाई जा रही आशंकाएं पूरी तरह निर्मूल हैं. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और मुख्यमंत्री ने इस पर पहले से ही वस्तुस्थिति स्पष्ट कर दी है.
करप्शन की शुरुआत
इसके अलावा उन्होंने हाल ही विधायक निधि के दुरुप्रयोग मामले को लेकर भी अपने विचारों को मंच के जरिए जनता के सामने रखा. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने करप्शन की शुरुआत की. हमने उसे 60 से 70 प्रतिशत कम किया है.
PCC चीफ डोटासरा को दी बहस की सीधी चुनौती
इसके साथ ही उन्होंने मंच से कांग्रेस PCC चीफ डोटासरा को सीधे बहस की चुनौती भी दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पिछले दो साल में किए गए वादों को पूरा करने के सरकार के दावे पर बहस को चुनौती दी है. हमारे मुख्यमंत्री, मंत्री या पार्टी के सीनियर नेता, सभी ने खुले तौर पर कहा है कि डोटासरा जी जहां चाहें, जिस तारीख को चाहें, बहस के लिए आ सकते हैं. अगर वह पॉजिटिव बात करने को तैयार हैं.
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