Jaipur Ajmer Highway Gas Tanker Blast: राजस्थान के भांकरोटा में 20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए गैस टैंकर ब्लास्ट में मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. अस्पताल में भर्ती घायल लोगों में मंगलवार को दो मौत के बाद बुधवार को भी तीन लोगों की और मौत हो गई है. कुल मिलाकर जयपुर गैस टैंकर ब्लास्ट में 18 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, इस हादसे का शिकार हुए 16 लोगों का अभी भी जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि अस्पताल में भर्ती दो मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई. एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने बताया कि बुधवार को तड़के एक पुरुष विजेंद्र और दो महिला की मौत हुई है.
चौथे अज्ञात मृतक की हुई पहचान
बुधवार को जिस एक महिला विजिता मीणा की मौत हुई है, वह प्रतियोगी परीक्षा देने जयपुर आ रही थी. वहीं, मंगलवार, 24 दिसंबर को यूसुफ और नरेश बाबू ने एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. उधर जिस चौथे मृतक की पांच दिनों से पहचान नहीं हो पा रही थी. उसकी बुधवार को हो गई. चौथा मृतक चित्तौड़गढ़ का निवासी कालूराम पुत्र डालू राम है, जो उदयपुर से आने वाली बस में खलासी था.
अग्निकांड की चपेट में आए 35 वाहन
मंगलवार को उसके परिजनों का पता लगने पर संपर्क किया गया और उसके पुत्र और पुत्री से डीएनए मिलान हुआ. इसके बाद उसकी पुष्टि की गई. बता दें कि जयपुर एलपीजी टैंकर ब्लास्ट में घटना वाले दिन 11 लोगों की मौत हुई थी, उसके बाद दो और मौत की पुष्टि की गई. अब मंगलवार दो और बुधवार को तीन मौत के बाद मृतकों की संख्या 18 पहुंच गई. बड़ी बात है कि इस भीषण अग्निकांड में रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह राठौड़ की भी जान चली गई. भांकरोटा इलाके में हुए टैंकर ब्लास्ट में 35 से अधिक वाहन चपेट में आए थे.
गैस टैंकर का ड्राइवर बच निकला
जिस गैस टैंकर में ब्लास्ट होने के बाद इतना बड़ा हादसा हुआ था, उसका ड्राइवर, जैसे ही ट्रक की टक्कर के बाद गैस लीक हुई तो वह तुरंत उतरकर भाग गया और उसकी जान बच गई. उसने टैंकर मालिक को घटना की जानकारी देकर अपना फोन बंद कर लिया था. 18 टन एलपीजी से भरे गैस टैंकर का ड्राइवर उत्तर प्रदेश के मथुरा का रहने वाला है.
गैस टैंकर ड्राइवर से हुई पूछताछ
मंगलवार को हुई पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि 20 दिसंबर को करीब 6 बजे रिंग रोड पर जाने के लिए कट से यू टर्न ले रहा था. टर्न लेने के बाद गैस टैंकर को मुख्य रोड की तरफ कर रहा था. इसी दौरान पीछे से किसी ट्रक या बड़ी गाड़ी ने टक्कर मार दी. इससे गैस टैंकर का पीछे का नोजल टूट गया और गैस निकलने लगी. गैस टैंकर ड्राइवर जयवीर ने बताया कि हादसे के समय वह गाड़ी में अकेली ही था.
टैंकर से निकली गैस आग का गोला बन कर सड़क पर फैलने लगी. इसके बाद वह भागकर रिंग रोड पर जाकर रुका और ट्रक मालिक को घटना के बारे में जानकारी दी और अपना मोबाइल बंद कर लिया. ड्राइवर से पूछताछ के बाद पुलिस का कहना है कि जब टैंकर ड्राइवर ने देखा कि एलपीजी से भरे टैंकर का नोजल टूट गया तो उसे लगा कि विस्फोट हो सकता है. इसके बाद वह अपनी जान बचाने के लिए घटनास्थल से भाग गया.
यह भी पढे़ं- कैसे हुआ जयपुर गैस टैंकर हादसा, 14 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन; जांच के लिए SIT गठित