जयपुर में आज 50 हजार लोग खाएंगे राजस्थानी दाल बाटी चूरमा, 100 साल बाद फिर शुरू हो रही है राजा-महाराजाओं वाली परंपरा

Rajasthan news: जयपुर शहर की 250 साल पुरानी 'ज्योणार' परंपरा को पुनर्जीवित किया जा रहा है, जिसमें एक साथ 50 हजार से ज्यादा लोग भोजन कर सकेंगे.

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250 साल पुरानी 'ज्योणार' परंपरा

Jaipur : गुलाबी शहर जयपुर अपनी समृद्ध विरासत और परंपराओं के लिए जाना जाता है. इसी कड़ी में, शहर की 250 साल पुरानी 'ज्योणार' परंपरा को पुनर्जीवित किया जा रहा है, जिसमें एक साथ 50 हजार से ज्यादा लोग भोजन कर सकेंगे. यह भव्य आयोजन अग्रवाल कॉलेज ग्राउंड में किया जा रहा है, जहां बारिश को ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं.

क्या है 'ज्योणार' परंपरा?

'ज्योणार' एक प्राचीन परंपरा है जो राजा-महाराजाओं के समय से चली आ रही है. इसमें राजा अपनी प्रजा को आमंत्रित कर सामूहिक भोज करवाते थे. जयपुर की चारदीवारी के व्यापारी समुदाय और स्थानीय समाज ने मिलकर इस विरासत को फिर से शुरू करने का बीड़ा उठाया है.

भोजन के लिए तीन बड़े वाटरप्रूफ डोम गए हैं बनाए

अग्रवाल कॉलेज ग्राउंड में तीन बड़े वाटरप्रूफ डोम बनाए गए हैं. इनमें से दो डोम 330 फीट लंबे और 200 फीट चौड़े हैं, जबकि एक डोम 250 फीट लंबा और 50 फीट चौड़ा है। इन डोमों में 1000 टेबलों की व्यवस्था की गई है, जहाँ एक साथ 4000 लोग टेबल-कुर्सियों पर बैठकर भोजन का आनंद ले सकेंगे। भोजन का समय दोपहर 12 बजे से रात 9 बजे तक निर्धारित किया गया है.

लगातार चल रही भोजन की तैयारी

इस भव्य भोज के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. 500 हलवाइयों की एक टीम लगातार भोजन तैयार करने में जुटी हुई है. उनके सहयोग के लिए 200 हलवाई सपोर्ट स्टाफ और 700 वेटर्स भी तैनात किए गए हैं. शुद्धता के मानकों का पूरा ध्यान रखते हुए रसोई का संचालन किया जा रहा है.

सामग्री की विशाल मात्रा

भोजन के लिए भारी मात्रा में सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें शामिल हैं:

* 12,500 किलो आटा-बेसन

* 1500 किलो दाल

* 1200 किलो मावा

* 1200 किलो शक्कर

* 160 पीपा देसी गाय का घी

* 100 किलो लाल मिर्च

* 50 किलो हल्दी

* 50 किलो गरम मसाला

* 500 किलो हरी मिर्च, टमाटर और हरे पत्तल (दोनों)

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

आयोजन स्थल पर सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा गया है। 100 पुलिसकर्मी, 100 प्राइवेट गार्ड, 300 पुरुष और 200 महिला वॉलंटियर्स व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात रहेंगे.

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पार्किंग की व्यवस्था

वाहनों की पार्किंग के लिए भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं. संजय बाजार, जौहरी बाजार और रामनिवास बाग में लगभग 500 गाड़ियों की जगह तय की गई है. इसके अलावा अग्रवाल कॉलेज के पास घाट गेट स्कूल में 2000 बाइक की क्षमता की पार्किंग की व्यवस्था की गई है.

कूपन आधारित एंट्री और आकर्षक इनाम

इस 'ज्योणार' में प्रवेश केवल कूपन के माध्यम से होगा. पहले शहर के प्रमुख मंदिरों जैसे गोविंद देवजी, गोपीनाथ जी और अन्य स्थानों पर इन कूपनों की व्यवस्था की गई है. कूपन के साथ लकी ड्रा का भी प्रावधान है, जिसमें एलईडी टीवी से लेकर कूलर तक के आकर्षक इनाम रखे गए हैं.

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