जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का शेड्यूल फाइनल, नोबेल, बुकर, पुलित्जर अवार्ड विनर वक्ता होंगे शामिल, ये रही पूरी डिटेल्स

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) का 18वां संस्करण 30 जनवरी से 3 फरवरी तक जयपुर में आयोजित होगा. साहित्य, विचारों और संवाद के इस भव्य उत्सव में लोकतंत्र, समानता, न्याय, क्राइम-फिक्शन, जीवनियाँ, इतिहास, संस्कृति, और बहुत कुछ शामिल होगा.

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जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) का 18वां संस्करण 30 जनवरी से 3 फरवरी तक आयोजित.

Jaipur Literature Festival: राजस्थान की राजधनी जयपुर में आयोजित होने वाला लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) का आगामी संस्करण साहित्य, विचारों और संवाद का एक भव्य उत्सव है. यह फेस्टिवल लोकतंत्र, समानता, न्याय और संवैधानिक आदर्शों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित सत्रों के साथ-साथ क्राइम-फिक्शन, जीवनियाँ, संस्मरण, गैस्ट्रोनॉमी, नाटक, सिनेमा, इतिहास और संस्कृति जैसे विविध क्षेत्रों को भी शामिल करेगा. लिटरेचर फ़ेस्टिवल के 18 वें संस्करण का आयोजन 30 जनवरी से 3 फ़रवरी तक जयपुर में होगा. 

दिल्ली में हुआ फेस्टिवल का प्रिव्यू

इस फेस्टिवल का प्रिव्यू दिल्ली में आयोजित हुआ.मुख्य फेस्टिवल से पहले, कार्यक्रम की आयोजक टीमवर्क आर्ट्स ने लीला पैलेस, नई दिल्ली में हाल ही में इसका दिल्ली-प्रीव्यू आयोजित किया. जिसमें इस आयोजन की तैयारियों और कार्यक्रमों की एक झलक पेश की गई. इस वर्ष फेस्टिवल की थीम उन विचारों और किताबों पर आधारित है, जिन्होंने दुनिया को गहराई से प्रभावित किया है और हमारी कल्पना को उड़ान दी है.

फेस्टिवल में शामिल होने वाले कुछ प्रमुख वक्ता

नोबेल पुरस्कार विजेता 
नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी, एस्थर डुफ्लो और वेंकी रामकृष्णन फेस्टिवल का हिस्सा होंगे.

बुकर/पुलित्जर पुरस्कार विजेता
गीतांजलि श्री: अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता हिंदी लेखिका.
स्टीफन ग्रीनब्लाट: पुलित्ज़र पुरस्कार विजेता और साहित्यिक आलोचक.

प्रतिष्ठित लेखक 
डेविड निकोल्स, जेम्स वुड और एंड्रयू ओ'हागन.

इतिहासकार और विचारक
गोपालकृष्ण गांधी, अनीता आनंद, मनु एस. पिल्लई और रंजीत होस्कोटे.

थिएटर, सिनेमा, और कला से जुड़े दिग्गज
डेविड हेयर, जावेद अख्तर, इम्तियाज अली और मानव कौल.

पत्रकार और मीडिया विशेषज्ञ
लिंडसे हिल्सम, टीना ब्राउन और गैथ़ अब्दुल-अहद.

अंतर्राष्ट्रीय लेखक और क्यूरेटर
अन्ना फंडर, क्लेयर मेसुद और कैटी हेसल.

नूपुर संस्थान के सहयोग से साइन लैंग्वेज और इन्टरप्रिटेशन सेशन्स इस बार भी फेस्टिवल का हिस्सा होंगे.

दुनिया का सबसे बड़ा लिटरेचर फेस्टिवल

फेस्टिवल के सह-निदेशक विलियम डेलरिम्पल ने इसे "दुनिया का सबसे बड़ा लिटरेचर फेस्टिवल" बताते हुए कहा कि यह पुरस्कार विजेता लेखकों की एक शानदार श्रृंखला के साथ लौट रहा है. उन्होंने इसे एक वैश्विक मंच बताया जहाँ दुनिया की प्रभावशाली आवाजें विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ आती हैं, और समझ और सहयोग के एक प्रकाशस्तंभ के रूप में कार्य करती हैं.

महाद्वीपों और संस्कृतियों विविधता को बताएगा फेस्टिवल

फेस्टिवल की सह-निदेशक नमिता गोखले ने कहा कि यह आयोजन विभिन्न महाद्वीपों और संस्कृतियों की समृद्ध विविधता को शामिल करता है और "भाषाएँ अनेक, साहित्य एक" के भाषाई परिदृश्य का जश्न मनाता है. टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजय के.

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रॉय ने कहा कि यह संस्करण किताबों और विचारों की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रतीक है और संस्कृतियों और विचारों के बीच एक पुल का निर्माण करता है. टीमवर्क आर्ट्स की अध्यक्ष प्रीता सिंह ने सहयोगी ब्रांड्स, राजदूतों, फाउंडेशनों और मीडिया के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया.

नॉर्वे के राजदूत ने जताया गर्व

भारत में नॉर्वे के राजदूत मे-एलिन स्टेनर ने जयपुर बुकमार्क की सफलता पर गर्व व्यक्त किया और प्रकाशन उद्योग और अनुवाद पर इसके ध्यान की सराहना की. द लीला पैलेस, होटल्स और रिसॉर्ट्स की चीफ मार्केटिंग और सेल्स ऑफिसर श्वेता जैन ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के साथ अपनी साझेदारी को और गहरा करने की बात कही.

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कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध खरताल वादक भुंगार खान की प्रस्तुति से हुई, जिन्होंने राजस्थानी लोक संगीत की मनमोहक झलक प्रस्तुत की. यह फेस्टिवल साहित्य, कला और संस्कृति के एक अविस्मरणीय अनुभव का वादा करता है.

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