राजस्थान के जयपुर में पुलिस ने बड़े साइबर म्यूल अकाउंट नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. आरोपी ऑनलाइन ठगी के लिए किराए के बैंक अकाउंट उपलब्ध कराता था. जानकारी के मुताबिक, करीब 20 करोड़ का फर्जी ट्रांजेक्शन का पता चला है. आरोपी टेलीग्राम पर विदेशी गैंग से जुड़ा हुआ था और USDT क्रिप्टो में लेनदेन करता था. पुलिस आगे की जांच में नेटवर्क के बाकी सदस्यों, डिजिटल वॉलेट्स और विदेशी लिंक की पड़ताल कर रही है.
लोन और सब्सिडी का देते थे झांसा
पुलिस ने बताया कि आरोपी लालचंद गुर्जर ने बेरोजगार और जरूरतमंद लोगों को लोन और सब्सिडी का झांसा देकर उनके खाते, सिम और नेटबैंकिंग एक्सेस हासिल किया. इसी तरीके से पावटा निवासी एक युवक के खाते से करीब 6 करोड़ 50 लाख रुपये का फर्जी ट्रांजेक्शन किया गया.
चीनी फ्रॉडस्टरों के संपर्क में था आरोपी
जब बैंक ने संदिग्ध लेनदेन नोटिस किया, तब मामला खुला. जांच में सामने आया कि आरोपी टेलीग्राम के जरिए चीनी फ्रॉडस्टरों के संपर्क में था. गिरोह USDT क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से ठगी की रकम लेता था और केवल फर्जी आईडी से ऑनलाइन बातचीत करता था. इस नेटवर्क से जुड़े कई संदिग्धों की पहचान की जा रही है.
एक साल में करीब 20 करोड़ रुपये के लेनदेन
आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के अनुसार आरोपी के खातों से जुड़े 80 से अधिक शिकायतें NCRP पोर्टल पर दर्ज हैं और एक साल में करीब 20 करोड़ रुपये के लेनदेन का शक है. पुलिस आगे की जांच में नेटवर्क के बाकी सदस्यों, डिजिटल वॉलेट्स और विदेशी लिंक की पड़ताल कर रही है.
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