Rajasthan News: जयपुर पुलिस ने मंगलवार दोपहर बड़ी कार्रवाई करते हुए चंबल के डकैत जगन गुर्जर (Jagan Gurjar) को हिरासत में ले लिया है. यह कार्रवाई जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के निर्देशों पर अवैध हथियार तस्करी मामले में की गई है. बताया जा रहा है कि पूरा केस अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से रैकेट चलाने से जुड़ा है, जिसमें डकैत जगन गुर्जर का भी नाम सामने आया है.
कौन है डकैत जगन गुर्जर
डकैत जगन गुर्जर ने अपनी गैंग के साथ करीब 20 साल तक राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में जमकर आतंक मचाया था. हत्या, अपहरण और लूट को लेकर तीनों राज्यों में जगन गुर्जर का खौफ कायम हो गया था. डकैत जगन ने वर्ष 2001 में तत्कालीन एसपी बीजू जॉर्ज जोसफ के सामने पहली बार आत्मसमर्पण किया था. इसके बाद जगन गुर्जर जमानत पर जेल से बाहर आ गया था और दोबारा अपना आतंक फैलाना शुरू कर दिया. 28 मई 2008 में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान जगन गुर्जर ने राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के महल को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. इसके बाद डकैत जगन पर ग्यारह लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था.
जगन पर दर्ज हैं 123 केस
पूर्व सीएम राजे के महल को बम से उड़ाने की धमकी के बाद जगन को पकड़ने के लिए पुलिस ने दबाव बढ़ा दिया. पुलिस से घबरा कर जगन गुर्जर ने 31 जनवरी 2009 को कैमरी गांव में राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. वर्ष 2022 में बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक गिर्राज मलिंगा को धमकी देने के बाद जगन गुर्जर फिर से सुर्खियों में आ गया है और पुलिस ने जगन पर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया. पुलिस के दबाव को देखते हुए जगन गुर्जर ने 7 फरवरी 2022 की देर शाम को करौली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. करीब 20 वर्ष से धौलपुर जिले के डांग और चंबल के बीहड़ों में अपराध की दुनिया में सक्रिय रहे डकैत जगन गुर्जर के खिलाफ 123 संगीन धाराओं में अभियोग पंजीबद्ध हैं.
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