Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति पर जयपुर को चढ़ेगा 'पतंगबाजी का रंग', लेकिन सुबह-शाम रहेगी 4 घंटे की पाबंदी

जयपुर में मकर संक्रांति पर सुबह 6 बजे से 8 बजे और शाम को 5 से 7 बजे तक पतंगबाजी नहीं कर सकेंगे. गृह विभाग ने इसके लिए सभी कलेक्टरों को एडवाइजरी जारी की है.

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फाइल फोटो.

Rajasthan News: मकर संक्रांति का पर्व कल 14 जनवरी को मनाया जाएगा, जिसको लेकर पतंगबाजी के शौकीन लोग मार्केट से खरीदारी करते हुए नजर आ रहे हैं. इस बार मार्केट में कई अलग-अलग रंग बिरंगी पतंगे दिखाई दे रही हैं. राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी मकर संक्रांति के पर्व को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है. जयपुर के हांडी बाजार स्थित पतंग के दुकानदारों का कहना है कि इस बार मार्केट काफी अच्छा है, बिक्री भी अच्छी खासी हो रही है. हालांकि महंगाई जरूर हुई है माल में, लेकिन फिर भी लोग पतंगबाजी को लेकर उत्साहित हैं. ऐसे में पतंग और मांझा की बिक्री जोरों से चल रही है.

फेमस है जयपुर की पतंगबाजी

दुकानों पर खरीदारी करने पहुंचे लोगों का कहना है कि राजधानी जयपुर की पतंगबाजी पूरी दुनिया में जानी जाती है और इस त्योहार को हिंदू-मुस्लिम सभी एक साथ मिलकर मानते हैं. हमें भी काफी अच्छा लग रहा है. कल की तैयारी कर रहे हैं. पतंगबाजी के साथ-साथ खाने-पीने की चीज भी इस त्योहार को खास बना देती हैं. शिक्षा नगरी कोटा में भी मकर संक्रांति के महापर्व की तैयारी चल रही हैं. यहां पतंग के बाजार सज गए हैं. दुकाने रंग बिरंगी पतंग से अटी पड़ी हैं. खरीददार दुकानों पर पहुंच रहे हैं और त्योहार को लेकर गजब का उत्साह नजर आ रहा है. हालांकि इस बार पतंगबाजी पर राजनीतिक दलों का प्रभाव देखने में आ रहा है. खास बात यह है कि पतंग की दुकान पर इस बार पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी राजनीति पार्टी और डबल इंजन की सरकार वाली पतंग भी चर्चाओं में है.

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चाइनीज मांझे की बिक्री पर सख्ती

उधर, मकर संक्रांति से पहले राजस्थान के कई शहरों में चाइनीज मांझे को लेकर प्रशासन ने नकेल कसनी शुरू कर दी है. झुंझुनूं के चिड़ावा में शनिवार दोपहर चाइनीज मांझे की बिक्री पर कार्रवाई करते हुए नगर पालिका की विशेष टीम ने 60 से अधिक चाइनीज मांझे की चरखिया जब्त कर ली हैं. चाइनीज मांझे पर कार्रवाई से पतंग मांझा बिक्री करने वालो में हड़कंप की स्थिति है. आपको बताते चलें कि लोहड़ी के त्‍योहार के बाद मकर संक्रान्ति का पर्व मनाया जाता है. इसे खिचड़ी, उत्‍तरायण और पोंगल आदि नामों से भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में इस दिन को जप, तप, स्‍नान और दान-पुण्‍य का दिन कहा गया है. मकर संक्रांति पर दान का बहुत महत्व है. विशेषकर इस दिन तिल, खिचड़ी, गुड़ एवं कंबल दान करना चाहिए.

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