डोटासरा का 'पर्ची सरकार' तंज पर खर्रा का जवाब, बोले- 1998 से 2018 हर चुनाव में पर्ची से बना कांग्रेस का CM  

खर्रा ने कांग्रेस नेताओं पर तंज करते हुए कहा कि 1998 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने परसराम मदेरणा के चेहरे पर लड़ा गया था, लेकिन मुख्यमंत्री कौन बना था, उस समय पर्ची किसकी आई?

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गोविंद सिंह डोटासरा और झाबर सिंह खर्रा

Jhabar Singh Kharra: राजस्थान में भाजपा सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बनाया गया था. उन्हें एक पर्ची के ज़रिये मुख्यमंत्री बनाया गया था. विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक पर्ची खोली जिसमें भजनलाल शर्मा का नाम था. तभी कांग्रेस भजनलाल सरकार को पर्ची सरकार कहती है. 

राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा कई बार कहते हैं कि राजस्थान की भाजपा सरकार के हर फैसले दिल्ली से आने वाली पर्ची से होते हैं. बुधवार को सीकर में राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कांग्रेस नेताओं पर तंज करते हुए कहा कि 1998 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने परसराम मदेरणा के चेहरे पर लड़ा गया था, लेकिन मुख्यमंत्री कौन बना था, उस समय पर्ची किसकी आई. कांग्रेस ने 2008 का चुनाव सीपी जोशी के चेहरे पर लड़ा गया था.

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डोटासरा जी अब खुद की पार्टी की बात हम पर लाकर कह रहे

उन्होंने कहा कि 2008 में दुर्भाग्य से सीपी जोशी हार गए, लेकिन उनकी बिना सहमति के पर्ची फिर से आ गई. 2018 का चुनाव सचिन पायलट के चेहरे पर लड़ा गया, लेकिन दिल्ली से पर्ची किसी दूसरे की आ गई थी. मंत्री खर्रा ने कहा कि डोटासरा जी अब खुद की पार्टी की बात हम पर लाकर कह रहे हैं. इनकी पार्टी पर्ची से ही काम चल रही है.

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मेरा सिर्फ खेती और पशुपालन अलावा कोई काम नहीं

यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने यह भी कहा कि मैं भू कारोबार से जुड़ा हुआ नहीं हूं यह स्पष्ट कर देता हूं. मेरा सिर्फ खेती, पशुपालन और समाज सेवा के अलावा कोई काम नहीं है. खर्रा ने कहा कि जो लोग भू कारोबार से जुड़े हुए हैं, उनका स्वार्थ इस नए ड्राफ्ट प्रकाशन से आहत हो रहा है तो इसका मेरे पास उसका कोई इलाज नहीं है. हमने व्यक्तिगत जनहित के अलावा व्यापक जनहित को ज्यादा महत्व दिया.

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