
राजस्थान के झालावाड़ में पुलिस ने देवराज आत्महत्या मामले में एक महिला की गिरफ्तारी के साथ बड़ा खुलासा किया है. आरोपी महिला ममता सुमन ने देवरात गुर्जर पर शादी का दबाव बनाने और रुपये के लिए झूठे केस में फंसाने की लगातार धमकी दे रही थी. महिला द्वारा लगातार प्रताड़ित किए जाने से परेशान होकर देवराज ने आत्महत्या कर ली. पुलिस महिला से पूछताछ के जरिए ब्लैकमेलिंग नेटवर्क में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाने में जुटी हुई है.
महिला ने ऐंठे रुपये और आभूषण
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि मृतक की पत्नी नीतू गुर्जर ने रिपोर्ट दी थी कि ममता सुमन नाम की महिला उसके पति को कई दिनों से ब्लैकमेल कर रही थी. वह लगातार देवराज से रुपये और आभूषण ऐंठती रही और धमकी देती थी कि अगर उसकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वह झूठा केस दर्ज करा देगी. ममता सुमन और उसके परिजनों ने देवराज पर इतना दबाव बनाया कि वह मानसिक रूप से टूट गया.
बताया जा रहा है कि ममता पहले भी देवराज से पैसे और जेवर लेकर ब्लैकमेल कर चुकी थी. इस बार उसने देवराज से शादी का दबाव बनाया और धमकी दी कि अगर उसने इनकार किया तो बलात्कार का मामला दर्ज करवा देगी. इसी डर से देवराज ने अपनी जान दे दी.
ब्लैकमेलिंग नेटवर्क के खुलासे में जुटी पुलिस
मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी चिरंजीलाल मीणा और डीएसपी हरिराम सिंह खरेड़ा के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई. थाना प्रभारी रामस्वरूप रांजोर की टीम ने 21 अक्टूबर को महिला आरोपी ममता सुमन को झालरापाटन थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि अन्य संभावित आरोपियों और ब्लैकमेलिंग के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके.
पुलिस की जांच में सामने आया कि ममता सुमन और उसके परिजन मृतक को झूठे प्रेमजाल में फंसाकर पैसों की मांग करते रहे. विरोध करने पर झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी जाती थी. डर और मानसिक दबाव से टूटकर देवराज गुर्जर ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है और आगे की जांच जारी है.