Rajasthan News: झालावाड़ के पिपलोदी गांव में शुक्रवार को स्कूल की छत गिरने से हुए हादसे को लेकर सरकार एक के एक बाद एक्शन ले रही है. रविवार को झालावाड़ स्कूल हादसे की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कई अधिकारियों पर गाज गिरी है. शिक्षा विभाग ने दोषी पाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. जानकारी के अनुसार, झालावाड़ के जिला शिक्षा अधिकारी समेत कई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया गया है.
दोषी अधिकारी कर्मचारी निलंबित- मदन दिलावर
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि पीपलोदी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में हुए हादसे में दोषी पाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. हमारी सरकार राजस्थान में विद्यार्थियों की सुरक्षा हेतु पूर्णतः प्रतिबद्ध है.
जिला शिक्षा अधिकारी भी सस्पेंड
शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार, हादसे के 2 दिन बाद जांच रिपोर्ट आने पर दोषी पाए गए झालावाड़ के प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी नरसो मीणा को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा मुख्य मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार बालासोरिया और पूर्व मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी चंद्र शेखर लुहार को भी सस्पेंड किया गया है.
इन अधिकारियों पर भी गिरी गाज
माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, मानपासर के पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) प्रभुलाल कारपेंटर और तत्कालीन प्रारंभिक पंचायत शिक्षा अधिकारी राधेश्याम मीणा की लापरवाही सामने आने पर हादसे की जांच के बाद निलंबित कर दिया गया. मनोहर थाना के कनिष्ठ अभियंता जो संविदा पर कार्यरत हैं, उनकी भी सेवा समाप्त करने के आदेश जारी किए हैं.
हादसे में कुल 7 बच्चों की हुई थी मौत
बता दें कि इससे पहले पिपलोदी गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में हुए हादसे के लिए उसी दिन कार्यवाहक प्रिंसिपल मीना शर्मा, प्रबोधक बद्रीलाल लोधा, शिक्षक कन्हैया लाल सुमन, राम बिलास लववंशी और जावेद अहमद को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया था.
बता दें कि पिपलोदी गांव में हुए स्कूल हादसे में सात बच्चों की मौत हुई, जबकि कई बच्चे घायल हो गए. हादसे के बाद सरकार की तरफ से मृत बच्चों के परिजनों को 10 लाख रुपये का आर्थिक मुआवजा का ऐलान किया गया. साथ ही परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने की घोषणा हुई.
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