Jhunjhunu: झुंझुनूं से कलेक्ट्रेट के बाहर भारी तादाद में मौजूद किसान उग्र हो गए. खेतों में ट्रांसमिशन लाइन डाले जाने के विरोध में प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की भी थी. लेकिन किसानों ने इसे हटा दिया और आगे बढ़ते चले गए. दरअसल, खेतों में हाईटेंशन लाइन के तार डाले जा रहे हैं. किसानों का कहना है कि इससे फसलों को नुकसान होगा, ऐसे में प्रशासन को मुआवजा सुनिश्चित करना चाहिए. इसी मुद्दे पर सभी संगठन एक मंच पर आ गए और कलेक्टर से मुलाकात की जिद पर अड़ गए. जब कलेक्टर बाहर नहीं आए तो महिला-किसान गेट पर चढ़ गए और परिसर के भीतर घुसने लगे. जबकि पुलिस समझाइश करती दिखी.
ये हैं किसानों की प्रमुख मांगें
- कंपनियां और प्रशासन द्वारा सर्वे सहित तमाम दस्तावेजों की फाइल तैयार कर प्रभावित किसानों को दी जाए.
- तहसील स्तरीय राजस्व अधिकारी और कंपनी प्रतनिधि प्रभावित किसानों के साथ बैठकर फसल और जमीन का एकमुश्त मुआवजा तय हो.
- मुआवजा राशि का निर्धारण बीते 5 वर्षों में दिए गए फसल और जमीन के अधिकतम मुआवजे और किसान की सहमति के आधार पर किया जाए.
आर-पार के मूड में संघर्ष समिति, दे डाली ये चेतावनी
किसान संघर्ष समिति ने प्रशासन को मांगें नहीं माने जाने की स्थिति में आंदोलन की भी चेतावनी दी है. किसानों का कहना है कि अगर सुनवाई नहीं हुई तो काम बंद कर दिया जाएगा. साथ ही किसान कंपनी और प्रशासन से आर-पार की लड़ाई के भी तैयार है. इस दौरान तमाम नुकसान की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सरकार की होगी.
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