SDM Thappad Kand: समरावता कांड में आरोपी नरेश मीणा की मुश्किलें कम होती नजर आ नहीं आ रही हैं. आज (20 जनवरी) भी नरेश मीणा को जमानत नहीं मिली. अगली सुनवाई के लिए 29 जनवरी की तारीख तय की गई है. हालांकि समरावता कांड में 62 आरोपियों में नरेश मीणा के अलावा 61 आरोपी जेल से बाहर आ चुके हैं. जब आज नरेश मीणा (Naresh Meena) को उनियारा कोर्ट में पेश किया गया तो जमानत नहीं मिली. इसके बाद नरेश मीणा को लेकर उनियारा से टोंक जेल के लिए पुलिस रवाना हुई. आरोपी को कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया. बता दें कि यह मामला समरावता थप्पड़ कांड के बाद आगजनी और हिंसा से जुड़ा है. घटनाक्रम के बाद देवली-उनियारा से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी हो गई थी.
मामले में हाईकोर्ट कर चुका सख्त टिप्पणी
इस प्रकरण में राजस्थान हाईकोर्ट भी नरेश मीणा की जमानत खारिज कर चुका है. इसी महीने 15 जनवरी को कोर्ट ने जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए आरोपी को फटकार लगाई थी. कोर्ट ने कहा था, "याचिकाकर्ता मुख्य आरोपी है, जिस पर भीड़ को भड़काने और उपद्रव फैलाने का भी आरोप है. इस घटना को सोशल मीडिया पर आरोपी की ओर से ही वायरल किया गया है. ऐसा नहीं चलेगा. एक तो चोरी, ऊपर से सीना जोरी!"
2 महीने से जेल में बंद में नरेश मीणा
बता दें कि 13 नवम्बर 2024 को देवली-उनियारा में उपचुनाव के दिन माहौल गरमा गया था. समरावता के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया. तभी धरने पर बैठे नरेश मीणा से एसडीएम अमित चौधरी की बहस हो गई थी. विवाद इतना बढ़ा कि नरेश मीणा ने अधिकारी को थप्पड़ जड़ दिया था. मतदान खत्म होने के बाद रात में हिंसा और आगजनी भी हुई. नरेश मीणा की जगह-जगह गिरफ्तारी की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन भी हुए.
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