जोधपुर के कुख्यात लवली कंडारा हत्या मामले की अब CBI करेगी जांच, कई पुलिसकर्मियों पर गिर सकती है गाज

राजस्थान के जोधपुर जिले में हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा एनकाउंटर मामले में अब एक नया मोड़ अआ गया है क्योंकि अब इस मामले की जांच CBI करेगी. जिसमें कई पुलिस वाले चपेट में आ सकते हैं.

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हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा.

Lovely Kandara Case News: राजस्थान के जोधपुर में करीब सवा तीन साल पहले कथित पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा मामले में अब सीबीआई जांच करेगी. पुलिस ने इसे एनकाउंटर करार दिया था तो लवली के परिजनों और रिश्तेदारों ने इसे पुलिस के हाथों मर्डर का मामला बताकर सीबीआई जांच की मांग की गई थी. इसके बाद तत्कालीन गहलोत सरकार ने अपना कार्यकाल खत्म होने से ठीक पहले इस मामले को सीबीआई जांच के लिए दिल्ली भेजा था.

वहीं अब 9 जनवरी को सीबीआई ने दिल्ली में इस मामले को दर्ज कर लिया है. जांच दिल्ली स्पेशल पुलिस के डिप्टी एसपी मोहिन्दर सिंह को सौंपी गई है. मामले में रातानाडा थाने के तत्कालीन एसएचओ लीलाराम, कांस्टेबल जितेन्द्र सिंह, किशन सिंह, विश्वास और अंकित (गनमैन) को आरोपी बनाया गया है. इन्हीं लोगों के खिलाफ नरेश कंडारा ने कोर्ट के माध्यम से रातानाडा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. जिसे अब सीबीआई ने अपने हाथ में ले लिया है.

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ऐसे हुआ था एनकाउंटर

दरअसल, 13 अक्टूबर 2021 को रातानाड़ा थाने के वांछित मुलजिम लवली कंडारा के जोधपुर केंद्रीय कारागृह के पास होने की सूचना थाना अधिकारी लीलाराम को मिली थी. लीलाराम पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस को देखकर लवली अपने साथियों के साथ वहां से भागा. पुलिस ने भी उसका पीछा किया. इसके बाद ग्रीन गेट के पास शाम 4.30 से 5.30 बजे के बीच उसने पुलिस पर फायर किया. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की.

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इसके बाद सारण नगर डिगाडी के बीच में पुलिस और बदमाशों के बीच फिर फायरिंग हुई. फायरिंग में एक गोली लवली के पेट में लगने से घायल हो गया. पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई. उसके साथ रहे तीन बदमाशों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया, जबकि एक भागने में कामयाब हो गया था. 

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चार दिन चला था गतिरोध

पुलिस मुठभेड़ में बदमाश लवली कंडारा की गोली लगने से हुई मौत के मामले में वाल्मिकी समाज और प्रशासन के बीच चार दिन तक गतिरोध बना रहा. बाद में, जिला कलेक्टर की अगुवाई में हुई वार्ता में रातानाडा थानाधिकारी लीलाराम को निलंबित करने और प्रकरण का 302 में मामला दर्ज कर जांच करने और सीबीआई जांच के लिए सरकार को पत्र लिखने का आश्वासन दिया गया.

जिसके बाद कमिश्नरेट की ओर से निलंबन के आदेश जारी होने के बाद कंडारा के शव का पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार हो पाया था. इस दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल भी धरना स्थल पहुंचे थे. 

20 माह बाद दर्ज हुआ था मुकदमा

बहुचर्चित नवीन उर्फ लवली कंडारा एनकाउंटर मामले में रातानाडा थाने के तत्कालीन थानाधिकारी लीलाराम और अन्य के खिलाफ हत्या व साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाते हुए नरेश कंडारा ने एससी एसटी अत्याचार निवारण न्यायालय में इस्तगासा पेश किया था. कोर्ट ने 2 दिसम्बर 2021 को पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश देकर इस्तगासा रातानाडा थाने भेजा था, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था. 

परिवादी ने तत्कालीन थानाधिकारी मूलसिंह और भारत रावत के खिलाफ आदेशों की अवज्ञा करने के संबंध में कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया था. इस पर दोनों तत्कालीन थानाधिकारियों के खिलाफ भी कोर्ट ने प्रसंज्ञान लिया था. इसके बाद रातानाडा थाने में 5 जुलाई 2023 को एफआईआर संख्या 200 दर्ज की गई. मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त को सौंपी गई थी. जिसके बाद मामला सीआईडी सीबी में जांच के लिए चला गया था.

जानिए कब-कब क्या हुआ

- 13 अक्टूबर 2021 को एनकाउंटर
- 05 जुलाई 2023 पुलिस के खिलाफ एफआईआर
- 31 अक्टूबर 2023 सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की
- 29 नवंबर 2024 केंद्र के मंत्रालय ने इस आशय का गजट नोटिफिकेशन जारी किया
- 9 जनवरी 2025 सीबीआई ने दिल्ली में दर्ज की एफआईआर

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