जोधपुर पुलिस का 'ऑपरेशन मदगवैया', प्रॉपर्टी डीलर बनकर सालों से फरार चल रहे 3 अफीम तस्करों को पकड़ा

Jodhpur Police Operation Madgavaiya: जोधपुर पुलिस की साइक्लोन टीम ने ऑपरेशन मदगवैया चलाते हुए सालों से फरार चल रहे तीन शातिर अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया है. इस ऑपरेशन में पुलिस के जवान फर्जी प्रॉपर्टी डीलर बनकर तस्करों तक पहुंचे थे.

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जोधपुर पुलिस की साइक्लोन टीम के गिरफ्त में आए शातिर अफीम तस्कर.

Jodhpur Police Operation Madgavaiya: नए साल का जश्न मना रहे तीन अफीम तस्करों को जोधपुर पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर गिरफ्तार किया है. पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार जोधपुर पुलिस की साइक्लोन टीम ने ऑपरेशन मदगवैया के तहत कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ तस्करी के 25 हजार के इनामी तस्कर सहित तीन को गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ पाली पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. रेंज की साइक्लोनर टीम ने उसे पकड़ा है. रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन मदगवैया चलाया गया. इस अभियान के तहत जसाराम, बाबूराम और चेतनराम नाम के आरोपियों को पकड़ा गया है.

मुख्य आरोपी छह साल से फरार, चित्तौड़गढ़ में बनाया ठिकाना

आईजी रेंज विकास कुमार ने बताया कि इसमें मुख्य आरोपी जस्साराम उर्फ जसिया मुख्य आरोपी को पकड़ा गया. ये पिछले 6 साल से फरार था. इसके खिलाफ पाली, चितौड़, बाड़मेर तीन जिलों में फरार था. पाली पुलिस ने आरोपी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था. आरोपी ने चितौड़गढ़ के निंबाहेड़ा को अपना ठिकाना बना रखा था. यहां से पूरे प्रदेश में नशा सप्लाई करता था. जस्साराम 11 वी में फैल हो गया था. इसके बाद प्राइवेट 12 वीं पास की. 

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पहले फार्म हाउस के काम करता था. बाद में सेकेंड हैंड गाडिय़ां बेचता था. जिसके चलते उसके संपर्क खरताराम से हो गया. बाद में खरताराम के साथ मिलकर नशा सप्लाई करता था. बाद में एक ऑपरेशन के दौरान पुलिस से गिरने पर खरताराम ने खुद को गोली मार दी थी. इसमें बाद इसने खुद अपनी गैंग बनाकर नशा सप्लाई करने लगा.

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जोधपुर पुलिस की साइक्लोन टीम के गिरफ्त में तीनों आरोपी.

दो अन्य को भी पकड़ा गया 

जस्साराम के साथ ही पुलिस ने बाबूराम को भी गिरफ्तार किया. बाबूराम भणियाणा में 11 किलो अफीम पकड़े जाने के मामले में फरार था. इसके छोटे भाई की पत्नी भणियाणा में उप प्रधान है. ये एनडीपीएस एक्ट के मामले में फरार था. इसके साथ चेतनराम को भी पकड़ा गया.

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मदगवैया नाम इसलिए रखा

ऑपरेशन का नाम मदगवैया रखने के पीछे की वजह बताते हुए आईजी विकास कुमार ने बताया कि मद यानी मादक पदार्थ. आरोपी मादक पदार्थ की तस्करी करते थे. गवैया का नाम पंडित जसराज से लिया गया. क्योंकि आरोपी का नाम जस्साराम था. जबकि पंडित जसराज जो खुद गायक थे. इसलिए इसका नाम मदगवैया रखा गया. टीम अब तक 62 ऑपरेशन कर 64 आरोपियों को पकड़ा चुकी है.

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