Drug Addiction in Jodhpur: राजस्थान के जोधपुर में संचालित उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले स्टूडेंट नशे की जद में है. इस बात का खुलासा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हालिया हुई बड़ी कार्रवाई के बाद हुई है. एनसीबी की जांच में यह बात सामने आई कि शहर में उच्च शिक्षण संस्थानों के पास गांजे की बड़ी खेप खपाई जा रही है. दरअसल एनसीबी ने हाल ही में जोधपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए 850 किलो गांजा बरामद किया है. इसकी कीमत चार करोड़ 30 लाख रुपए है. इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है . जबकि एक व्यक्ति मौके से भाग गया.
NCB के ज्वाइंट डायरेक्टर से हुई बातचीत में खुले राज
एनसीबी के ज्वाइंट डायरेक्टर घनश्याम सोनी ने NDTV से बातचीत में बताया कि हमें इस बात इनपुट मिला था कि जोधपुर के हुक्का बार और उच्च शिक्षण संस्थानों के आस-पास गांजे की खपत हो रही है. इसके कई तथ्य भी मिले हैं. सोनी ने बताया कि मारवाड़ में गांजे का उपयोग बहुत कम होता है. लेकिन इस इनपुट के बाद हमने ऑपरेशन शंकर के तहत कार्यवाही शुरू की. कुछ दिनों पहले जयपुर में 35 किलो गांजा पकड़ा था. गिरफ्तार व्यक्ति ने बताया कि जोधपुर में बड़ी खेप आने वाली है.
एनसीबी के अधिकारी ने आगे बताया कि गुरुवार सुबह गौरा होटल के पास फिटकासनी के रास्ते पर बोलरो ने डिलिवरी दी जा रही थी. टीम के पहुंचने पर सप्लायर भाग गया जबकि डिलिवरी लेने वाले अनिल विश्नोई को पकड़ा. इस कार्यवाही में पुलिस का भी सहयोग लिया गया. एनसीबी के ज्वाइंट डायरेक्टर घनश्याम सोनी ने एनडीटीवी का भी आभार जताते हुए कहा कि एनडीटीवी लगातार नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक कर रहा है. एनसीबी की इस कार्रवाई के बाद एनडीटीवी ने एनसीबी के ज्वाइंट डायरेक्टर घनश्याम सोनी से बात की. जिसमें कई चौंकाने वाली बातों का खुलासा हुआ.
ओडिशा से आया गांजा, रास्ते में बदले वाहन
सोनी ने बताया कि हमें जानकारी मिली थी कि उड़ीसा और आंध्रप्रदेश की सीमा पर स्थित सिलेरु कस्बे से गांजा आता है. यह माल भी वहां से रवाना हुआ था. लेकिन जोधपुर पहुंचने तक रास्ते में कई जगह पर वाहन बदले गए. एनसीबी अब इस मामले में पकड़े गए आरोपों से यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह माल उड़ीसा से कौन लेकर रवाना होता है और रास्ते में कितनी जगह पर इसमें बदलाव होता है इस चैन को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
दो जगह हुई डिलिवरी, घर से भी किया बरामद
जोनल डायरेक्टर ने बताया कि हमें सुबह 7:30 बजे सूचना मिली थी जिसके बाद हमारी टीम ने कार्रवाई शुरू की. गोरा होटल के पास फिटकास में जाने वाले रास्ते पर बोलोरो पिकअप में डिलीवरी हो रही थी . यहां से एनसी ने अनिल बिश्नोई पुत्र जलाराम बिश्नोई निवासी विश्नोई की ढाणी मोगरा की ढाणी को पकड़ा. गाड़ी में 71 पैकेट मिले. उसने बताया कि कुछ देर पहले ही भागीरथ बिश्रोई के यहां पर भी माल रखा गया है. इस पर एनसीबी की टीम स्थानीय पुलिस का सहयोग लेकर भागीरथ के घर पहुंची लेकिन वह नहीं मिला लेकिन वहां 99 पैकेट गांजे के भरे मिले. दोनों जगह से कुल 850 kg गांजा मिला.
संस्थानों के जिम्मेदारों से भी साधा संपर्क
एनसीबी के डायरेक्टर ने बताया कि इस कार्रवाई से पहले ही हमें शिक्षण संस्थानों में गांजे के उपयोग की जानकारी मिलने पर उनके प्रभारी जिम्मेदारों के साथ हमने जानकारी साझा की . एनसीबी की टीमों ने भी संस्थाओं के आसपास से इसके साक्ष्य जुटाए जहां से छात्र या नशा खरीद रहे हैं. इसके अलावा नागौर रोड पर कई जगह पर भी नजर बनी हुई है.
एनसीबी के ज्वाइंट डायरेक्टर घनश्याम सोनी ने बताया कि पिछले दिनों जोधपुर कमिश्नर पुलिस ने हुक्का बार पर कार्यवाही करते हुए उन्हें बंद करवाया था तब से एनसीबी इसी पर नजर बनाए हुए थी. कि हुक्का बार में आने वाले युवा नशे में अपना जीवन खराब कर रहे हैं और जब पुलिस ने इन हुक्का बारो पर कार्यवाही कर दी है तो अब इन हुक्का बारो में गांजा सप्लाई करने वाले सप्लायर को पकड़ना चाहिए और उसी कड़ी में यह कार्यवाही हुई है.
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