Rajasthan Budget Session 2025: विधानसभा के बजट सत्र के दौरान गुरुवार (6 फरवरी) को कांग्रेस विधायक सुरेश गुर्जर ने पौधारोपण से संबंधित सवाल पूछा. उन्होंने कहा कि मंत्री ने जीवित पौधों का जो आकंड़ा दिया है, वह वास्तविकता से परे है. सरकार ने झालावाड़ जिले में 5 साल में 26 लाख से अधिक पौधे लगाए. 18 लाख पौधे जीवित हैं. 8 लाख पौधे खराब हो गए हैं. 13 करोड़ से अधिक राशि पौधारोपण में खर्च की गई है. अधिकारियों ने गलत आकड़े दिए हैं. केवल 10 फीसदी ही पौधे जीवित हैं.
"कैसे खराब हो जाते हैं इतने अधिक पौधे"
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लगाए गए पौधों की सही तरीके से देखभाल हो इसके लिए अधिकारी किस प्रकार से निरीक्षण करते हैं. अगर करते हैं तो इतने अधिक पौधे कैसे खराब होते हैं. क्या सरकार जांच कराकर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करेगी.
वन राज्यमंत्री संजय शर्मा ने कहा, "सदस्य ने जो प्रश्नचिन्ह लगाया उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं. आप कोई ऐसा तरीका बता दें, जिससे आप संतुष्ट हो सकें. उन्हों ने कहा कि समय-समय पर हमारे अधिकारी और थर्ड पार्टी ऑडिटेशन से जांच कराते हैं."
"तीन जांच एजेंसियों से पौधों की जांच कराएंगे"
उन्होंने कहा, "हम तीन जांच एजेंसियों से पौधों की जांच कराएंगे. सेंटर फॉर डवेलपमेंट कम्युनिकेशन एंड स्टडीज, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट और एआरडी फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट से जांच कराएंगे. हम आगे ड्रोन से भी जांच कराएंगे. सातों संभाग में इसकी जांच होगी. इसके अलावा भी आप किसी एजेंसी से जांच कराने के लिए कहेंगे तो उससे भी कराएंगे. आगे जितने भी पौधे लगाए जाएंगे, उसमें 85 से 90 प्रतिशत पौधों को बचाएंगे."
"एक भी आयुर्वेदिक पौधा जीवित नहीं है"
इसके बाद सुरेश गुर्जर ने कहा, "मेरी खानपुर विधानसभा के गांव में दो आयुर्वेदिक प्लांट लगाए गए थे. एक 30 हेक्टेयर में और एक 50 हेक्टेयर में है. एक भी आयुर्वेदिक पौधा जीवित नहीं है. सुरक्षा के लिए जो दीवार बनाया गया था उसके पत्थरों को रेंजर की मदद से हटा दी गई है. उसकी जांच करा दें कितने पौधे जीवित हैं और कितने मरे हैं."
"हर घोटाले की जांच कराएंगे भजनलाल शर्मा"
वन राज्यमंत्री संजय शर्मा ने कहा कि वहां पौधारोपण आपकी सरकार में हुआ था. गहलोत सरकार में पेपर लीक से लेकर पौधारोपण तक, हर जगह जितने भी घोटाले हुए हैं, उनकी जांच कराई जाएगी. भजनलाल सरकार इस बारे में पहले ही कह चुकी है. यह सुनकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अपनी सीट से खड़े होकर पूछा कि जांच कब तक पूरी होगी? और क्या आप हर घोटाले की जांच करवाने में सक्षम हैं? इस जवाब देते हुए वन राज्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष आप अपनी कान की डाट खोलकर बैठा कीजिए. हम हर घोटाले की जांच करवाएंगे.
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