'कंवरलाल मीणा के ऊपर कुल 27 केस दर्ज हैं' दागी MLA पर बोले जूली- सरकार भेज रही माफ़ी का प्रस्ताव 

इससे पहले कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी कंवर लाल मीणा से मिलने झालावाड़ जेल गए थे. किरोड़ी लाल मीणा ने कंवरलाल मीणा की खुलकर पैरवी की थी, उन्होंने कहा था कि मैं महामहिम राज्यपाल से मिलकर इनके निवेदन को पहुंचाऊंगा.

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भाजपा के पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा और टीकाराम जूली

Tikaram Jully: अंता विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा जेल में बंद हैं. उन्हें एक मामले में 3 साल की सजा हो चुकी है।  ऐसे में खबर है कि सरकार राज्यपाल से उनकी सज़ा माफ़ करवा सकती है. राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मामले में कहा है कि कंवर लाल मीणा के ऊपर 27 मामले दर्ज हैं. 

जूली ने ट्वीट करते हुए कहा, ''ऐसा जानकारी में आया है कि राजस्थान की भाजपा सरकार सजायाफ्ता पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा की सजा माफ करने की कार्रवाई करते हुए गृह विभाग से राज्यपाल के पास प्रस्ताव भेज रही है. कंवरलाल मीणा के ऊपर कुल 27 केस दर्ज हैं. ऐसे व्यक्ति की सजा माफ कर भाजपा क्या संदेश देना चाहती है. क्या यही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का स्वच्छ राजनीति का संदेश है?''

इससे पहले कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी कंवर लाल मीणा से मिलने झालावाड़ जेल गए थे. जेल से बाहर निकलने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने कंवरलाल मीणा की खुलकर पैरवी की थी, उन्होंने कहा था कि कंवरलाल मीणा से उनकी काफी बातचीत हुई है. उनकी माफी याचिका महामहिम राज्यपाल के पास लंबित है. मैं भी महामहिम राज्यपाल से मिलकर इनके निवेदन को पहुंचाऊंगा.

क्या था पूरा मामला ?

3 फरवरी 2005 को झालावाड़ के मनोहर थाना कस्बे के दांगीपुरा-राजगढ़ मोड़ पर गांव के लोगों ने खाताखेडी के उपसरपंच चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए फिर से मतदान करवाने के लिए रास्ता जाम  कर दिया था. सूचना पर तत्कालीन एसडीएम रामनिवास मेहता और प्रोबेशनर आईएएस डॉक्टर प्रीतम बी यशवंत तहसीलदार रामकुमार के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा कर रास्ता खुलवाने का प्रयास कर रहे थे.

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इसी दौरान कंवरलाल अपने कुछ साथियों के साथ मौके पर आया और एसडीएम मेहता की कनपटी पर पिस्टल तानकर कहा कि दो मिनट में वोटों की गिनती फिर से कराने की घोषणा नहीं की तो जान से मार दूंगा. मौके पर मौजूद लोगों द्वारा समझाने के बाद कंवर लाल शांत हुआ लेकिन उसने सरकारी वीडियोग्राफर के कैमरे से कैसेट निकालकर कैसेट तोड़ दी.

प्रोबेशनर डॉक्टर प्रीतम बी यशवंत का डिजिटल कैमरा छीन लिया था. मामले में  ट्रायल कोर्ट ने कंवरलाल मीणा को 3 साल की सजा सुनाई थी, इसके बाद वह हाई कोर्ट गये किंतु उन्हें वहां से भी राहत नहीं मिली.

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