Rajasthan News: राजस्थान के करौली जिले के नादौती क्षेत्र में पैंथर के हमले ने एक बार फिर ग्रामीणों में डर का माहौल बना दिया है. गुरुवार सुबह आम का जाहिरा गांव में पैंथर ने एक ग्रामीण भरतलाल बैरवा पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. इस घटना ने वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वह कई बार वन विभाग को इसकी शिकायत दे चुके हैं, लेकिन उन्होंने इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और यह बड़ा हादसा हो गया.
सुबह-सुबह हुआ हमला
घटना सुबह करीब 5:30 बजे की है. गांव के निवासी भरतलाल बैरवा अपने घर के पास भैंस को चारा डाल रहे थे. तभी झाड़ियों में छिपे पैंथर ने उन पर अचानक हमला कर दिया. शोर मचाने पर ग्रामीणों ने पैंथर को जंगल की ओर भगाया, लेकिन तब तक भरतलाल बुरी तरह घायल हो चुके थे. उन्हें तुरंत गुढ़ाचंद्रजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत के कारण पहले दौसा और फिर जयपुर रैफर किया गया.
ग्रामीणों में दहशत, प्रशासन पर गुस्सा
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से इलाके में पैंथर के निशान और मवेशियों पर हमले की खबरें थीं. उन्होंने वन विभाग को बार-बार सूचित किया, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. घायल व्यक्ति के बेटे राहुल बैरवा ने बताया, “जंगल के पास पगचिह्न और जानवरों के अवशेष दिख रहे थे, लेकिन विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया.”
वन विभाग का दावा, जांच शुरू
वन विभाग के डीएफओ सुमित बंसल ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही उनकी टीम मौके पर पहुंची. उन्होंने कहा कि अभी पैंथर के होने की पुष्टि नहीं हुई है और हो सकता है कि यह हमला किसी अन्य जंगली जानवर का हो. विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है और मौके पर टीम को तैनात रहने के आदेश दिए हैं.
पहले भी हो चुके हैं हमले
नादौती के आसपास के इलाकों में पहले भी पैंथर के हमले हो चुके हैं. पिछले महीने सतपुरा गांव में एक भैंस पर हमला हुआ था. इसके साथ ही यहां भी कुछ दिन पहले पैंथर घर में से एक गाय को उठाकर ले गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना दी थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
सुरक्षा को लेकर चिंता
नादौती क्षेत्र में वन्यजीवों का मानव बस्तियों की ओर बढ़ता मूवमेंट चिंता का विषय बन गया है. ग्रामीण चाहते हैं कि विभाग सिर्फ घटनाओं के बाद नहीं, बल्कि पहले से सक्रिय होकर उनकी सुरक्षा पर ध्यान दे नहीं तो बड़ा हादसा काभी भी हो सकता है.