करौली के सरकारी स्कूलों में डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम लागू, मोबाइल एप के जरिए शिक्षक लेंगे हर छात्र की हाजिरी

Rajasthan News: सरकार सभी स्कूलों में मोबाइल एप के जरिए उपस्थिति दर्ज कराने जा रही है. इसके लिए राज्य के जिला स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Karauli News: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को हाईटेक बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने नई पहल की है. सरकार सभी स्कूलों में मोबाइल एप के जरिए उपस्थिति दर्ज कराने जा रही है. इसके लिए राज्य के जिला स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं. इसी सिलसिले में करौली जिले के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति मोबाइल एप के जरिए दर्ज की जाएगी.

पहले चरण में 134 स्कूलों हुआ लागू

 इसके जरिए स्कूलों में मैनुअल अटेंडेंस सिस्टम को हटाकर पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बनाया जाना है. इस योजना को 'मुख्यमंत्री शिक्षा राजस्थान अभियान' के तहत लागू किया गया है. इसके पहले चरण में राज्य के 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में यह सिस्टम लागू किया गया था. इसके बाद 205 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में लागू किया गया. अब इसे सभी सरकारी स्कूलों में लागू कर दिया गया है.

ये स्कूल होंगे शामिल

करौली जिले में कुल 1435 स्कूल हैं, जिनमें 694 प्राथमिक, 424 उच्च प्राथमिक (सीसे), 327 माध्यमिक, 83 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल और 4 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल शामिल हैं.

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मोबाइल फोन के जरिए शिक्षक लेंगे हाजरी

हाल ही में जारी आदेश के अनुसार, प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में अब शिक्षक प्रार्थना सभा के दौरान विद्यार्थियों की उपस्थिति 'शिक्षक एप' के माध्यम से दर्ज करेंगे. शिक्षक अपनी स्टाफ आईडी से लॉगिन कर कक्षा का चयन करेंगे और अनुपस्थित विद्यार्थियों को चिन्हित करेंगे. यह उपस्थिति सीधे शाला दर्पण पोर्टल के उपस्थिति मॉड्यूल में जाएगी, जिससे ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर वास्तविक समय में डेटा उपलब्ध हो सकेगा.

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ऑनलाइन हाजिरी एक सराहनीय कदम

जिला शिक्षा अधिकारी इंद्रेश तिवारी ने कहा कि बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी एक सराहनीय कदम है, इस प्रणाली से बच्चों की उपस्थिति को दर्ज किया जा सकेगा.

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 शिक्षकों में दिखा अटेंडेंस सिस्टम का विरोध

हालांकि, पहले चरण में इस नई व्यवस्था को लेकर शिक्षकों में विरोध भी देखने को मिल रहा है. शिक्षक संघों के पदाधिकारियों का कहना है कि शिक्षक पहले से ही शाला दर्पण पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. कई दूरदराज के इलाकों में नेटवर्क की समस्या है, जहां एप के जरिए उपस्थिति दर्ज कराना संभव नहीं है. ऐसे में यह व्यवस्था अव्यावहारिक साबित हो सकती है. शिक्षक संघों ने सरकार से इस आदेश को वापस लेने की मांग की है.

 प्रतिदिन समय पर करनी होगी हाजरी दर्ज

इसे सफल बनाने की जिम्मेदारी संस्था प्रधानों, ब्लॉक, जिला व संभागीय अधिकारियों को सौंपी गई है.संस्था प्रधानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी शिक्षक अपने मोबाइल में एप इंस्टॉल करें और प्रतिदिन समय पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं.यदि किसी कारणवश कक्षा शिक्षक अनुपस्थित रहता है तो संस्था प्रधान को स्वयं उपस्थिति दर्ज करानी होगी.

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