सैन्य सम्मान के साथ करौली के लाल योगेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार, 3 माह पहले ही बने थे पिता

मध्यप्रदेश स्थित अटार वाले ठाकुर बाबा की पदयात्रा मे जाते समय सैनिक योगेंद्र सिंह की कंरट लगने से मौत हो गई थी, मंगलवार को पदयात्रा निकालने के बाद अंतिम संस्कार किया गया.

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सैनिक की चिता पर श्रद्धांजलि अर्पित करते स्थानीय प्रतिनिधि.

करौली के मंडरायल उपखंड अन्तर्गत रानीपुरा गांव निवासी सैनिक योगेंद्र सिंह की एक धार्मिक यात्रा के दौरान सोमवार को करंट लगने से हुई मौत के बाद मौत हो गई थी. मंगलवार को सैनिक का सैन्य सम्मान के साथ हजारों लोगों की मौजूदगी मे अंतिम संस्कार किया गया. 

दरअसल सोमवार को मध्यप्रदेश स्थित अटार वाले ठाकुर बाबा की पदयात्रा मे जाते समय सैनिक योगेंद्र सिंह की कंरट लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद आज सैनिक का मंडरायल श्मशान घाट पर सैन्य सम्मान के साथ सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया. 

अंतिम यात्रा में मौजूद रहे हजारों लोग

सैनिक की अंतिम यात्रा में करौली धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया, सपोटरा विधायक हंसराज मीना, पुलिस प्रशासन के अधिकारी और हजारों लोग मौजूद रहे. अंतिम यात्रा के दौरान जगह-जगह पुष्प वर्षा कर ग्रामीणों ने सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की.

अंतिम यात्रा में हजारों लोग हाथों में तिरंगा लिये यात्रा में शामिल हुए. ग्रामीणों ने सैनिक की अंतिम यात्रा निकालते हुए नारेबाजी की, जब-तक सुरज चांद रहेगा, योगेंद्र तेरा नाम रहेगा साथ ही भारत माता की जय, वंदे मातरम् जैसे गगनभेदी नारे लगाये.

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5 किलोमीटर तक निकाली गई अंतिम यात्रा

सैनिक के शव की अत्योष्टी स्थल पर पहुंचने पर सेना के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ सैनिक को अंतिम विदाई दी. सैनिक के अंतिम संस्कार से पहले गांव रानीपुरा से 5 किलोमीटर तक अंतिम यात्रा निकाली गई.

बता दे की सैनिक योगेंद्र सिंह करीब 9 वर्ष पहले फौज मे शामिल हुए थे. वर्तमान में दिल्ली रक्षा मंत्रालय में तैनात थे और बीते 23 दिसंबर को ही छुट्टी पर अपने घर आए थे. डेढ साल पहले ही उनकी शादी हुई थी.

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मृतक सैनिक की एक तीन माह की बेटी है

सैनिक की एक तीन माह की बेटी है. इसके अलावा सैनिक के पिता फौज से रिटायर्ड सैनिक है. वहीं सैनिक के दो भाई है और एक बहन है. एक सरकारी शिक्षक तो दूसरा भाई खेती का काम करता है. बहन की शादी हो चुकी है. मृतक सैनिक तीनो भाईयों मे छोटा था.

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