
Khatu Shyam: बाबा खाटूश्यामजी के दरबार में लगे लक्खी मेले का आज (2 मार्च ) तीसरा दिन है. सुबह से ही भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा, जिसके चलते अब बाबा श्याम का मेला भी परवान चढ़ने लगा है. खाटूश्यामजी के 17 किलोमीटर पहले ही रींगस से भक्त पैदल चल रहे हैं. हाथों में ध्वजा लिए बाबा श्याम के भजनों पर थिरकते हुए आगे बढ़ रहे हैं.
देश के कोने-कोने से पहुंचे भक्त
फाल्गुनी खाटू मेले और होली का रंग श्याम भक्तों पर चढ़ने लगा है. बाबा श्याम के भक्त, पैदल आस्यां ओ सांवरिया थारी खाटू नगरी... जैसे फाल्गुनी गीत गाते चल रहे हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई, "हारे के सहारे बाबा श्याम हमारे" जयघोष करते हुए बाबा की एक झलक पाने को बेताब है. शनिवार (1 मार्च) और आज रविवार (2 मार्च) होने के चलते सुबह से ही देश के कोने-कोने से भक्तों का हुजूम पहुंचा.
सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं
पुलिस-प्रशासन ने भी यातायात और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं. बिना किसी परेशानी के बाबा के दर्शन हो सके, इसका अच्छा प्रबंध किया गया है. श्याम मंदिर कमेटी ने श्याम दरबार को फूलों से सजाया है. मंदिर के मुख्य द्वार पर महाभारत और भगवान कृष्ण की रासलीला और होली खेलती हुई झांकियां और दृश्य दर्शाए गए हैं.
श्रद्धालुओं की गिनती के लिए गलाया मशीन
मंदिर में प्रवेश करने से पहले एक बड़ी डिस्प्ले लगाई गई है, जिस पर बर्बरीक (बाबा खाटूश्याम) भगवान श्रीकृष्ण को अपना शीश का दान करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. श्रीश्याम मंदिर कमेटी ने दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को जानने के लिए मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं की गिनती हो सकेगी.
बाबा खाटू धाम का मुख्य मेला 10 और 11 मार्च को एकादशी और द्वादशी पर रहेगा. जैसे-जैसे मुख्य मेला नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे बाबा श्याम का वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेला भी परवान चढ़ता दिखाई दे रहा है.
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