राजस्थान के नागौर जिले में बैलों को ले जाने वाले ट्रक के पकड़ने पर खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल से पशु पालकों और चालकों ने गुहार लगाई. इस पर विधायक ने ट्रक ऑपरेटरों और पशुपालकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ कलेक्टर से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिम्मेदारी पदों पर बैठों अफसरों को बछड़ों और बैलों में फर्क नहीं मालूम है.
'स्वार्थ के लिए पशु पालकों को तंग कर रहे'
विधायक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कुछ लोग अपनी स्वार्थ की राजनीति करने के लिए पशुपालकों को तंग कर रहे हैं, इस कारण ऐसी स्थिति बनी है. बेनीवाल ने ट्रक चालकों पर गलत तरीके से दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने और जल्द से जल्द ट्रकों को छोड़ने की मांग को लेकर मुख्य सचिव सुधांश पंत से बात की.
इसके अलावा उन्होंने सीएए ऑफिस के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल, राजस्थान सरकार के गृह सचिव आनंद कुमार से भी इसको लेकर बात की. बेनीवाल ने कहा इस मामले में वो लगातार प्रयास कर रहे है उम्मीद है जल्द राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि किसान विभिन्न जायज मांगों को लेकर आंदोलित है, लेकिन सरकार के स्तर पर किसानों की मांग को अनसुना किया जा रहा है.
किसानों की मांगों पर कलेक्टर से की चर्चा
विधायक बेनीवाल ने बिंदुवार किसानों की मांगों पर कलेक्टर से चर्चा की. जिस पर जिला कलक्टर नागौर व अतिरिक्त जिला कलेक्टर नागौर ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस मामले में एक कमेटी बनाकर किसानों की मांगों का बिंदूवार समाधान निकालेंगे. बेनीवाल ने अपने बयानों में कहा कि कॉरपोरेट शासन पर हावी हो सकता है लेकिन नागौर के किसानों पर कॉरपोरेट को हावी नहीं होने देंगे.
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