Rajatshan News: राजस्थान में जल जीवन मिशन घोटाले में एसीबी की तरफ से 20 अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग पर कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि सरकार को सभी 20 अधिकारियों के खिलाफ जांच की अनुमति देनी चाहिए. मुझे नहीं पता कि सरकार इस पर क्या करेगी?
'सभी की जांच की अनुमति देनी चाहिए'
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि एसीबी ने 20 अधिकारियों के खिलाफ जांच के लिए 17–ए की जांच की अनुमति मांगी थी. उसमें से कुछ अभी भी रह गए हैं. किरोड़ी ने कहा कि 'ए' फंस जाए और 'बी' बच जाए, ऐसा नहीं होना चाहिए. मेरा मानना है कि सरकार को सभी की अनुमति देनी चाहिए. सरकार को बिना भेदभाव सभी की जांच की मंजूरी देनी चाहिए.
इससे पहले सोमवार को ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जेजेएम घोटाले में जलदाय विभाग के तत्कालीन एसीएस सुबोध अग्रवाल सहित 6 अफसरों के खिलाफ एसीबी को जांच की अनुमति दी थी. किरोड़ी ने प्रदेश बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई के बाद मीडिया से बात करते हुए JJM की जांच पर अपनी बात रखी.
लॉन में बैठकर किरोड़ी ने लगाया मंत्री दरबार
इससे पहले आज ही किरोड़ी लाल ने बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई के बाद में अपने कार्यालय के बाहर लॉन में बैठकर 'मंत्री दरबार' लगाया. इस अनूठे जनसुनवाई के दौरान, उन्होंने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए फरियादियों की समस्याओं को सुना और मौके पर ही तुरंत समाधान के प्रयास किए, जिसके तहत उन्होंने परिवहन मंत्री को भी फोन किया.
डॉ. मीणा ने राज्य में खाद और बीज की कमी को लेकर संश्य दूर किया. उन्होंने कहा कि खाद पर्याप्त है. जितनी हमने मांग की है, उतनी खाद केंद्र से मिल रही है. यूरिया के लिए लाइनें लगने के सवाल पर उन्होंने बताया कि यूरिया आने से पहले टोकन थमा दिए जाते हैं, जिसके बाद सभी किसान एक साथ आ जाते हैं, जिससे लाइन लग जाती है.