कोटा का 131वां दशहरा मेला होगा बेहद खास, रामायण के पात्रों पर रखा प्रवेश द्वार और बाजारों का नाम

बैठक में मेला परिसर के विभिन्न प्रवेश द्वारों और बाजारों का नाम रामायण के पात्रों पर रखने का निर्णय लिया गया. बैठक में ही चर्चा के बाद नामों को अंतिम स्वरूप भी दे दिया गया. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
मेला के मीटिंग के दौरान की तस्वीर

Rajasthan News: राजस्थान के कोटा का दशहरा मेला पूरी दुनियां में अपनी एक अलग पहचान रखता है. 131वां राष्ट्रीय दशहरा मेला इस साल अपने ऐतिहासिक स्वरूप के साथ संस्कृति और सभ्यता की झलक भी देश विदेश तक पहुंचाएगा. इस बार की खास बात यह कि दशहरा मेला परिसर के प्रवेश द्वार और बाजारों के नाम अब रामायण के पात्रों के नाम पर होंगे. सोशल मीडिया पर हो मेले का व्यापक प्रचार सोशल मीडिया के माध्यम से मेले को विश्व भर में पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा.

फेसबुक और इंस्टाग्राम का मेले दशहरा का वेरिफाइड पेज बनाया जाएगा. यू-ट्यूब पर भी मेले का चैनल तैयार किया जाएगा, जिस पर मेले के कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण होगा. इसके अलावा सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स को भी मेले से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे.

मेले को भव्य स्वरूप देने का प्रयास

मेला समिति की बैठक को संबोधित करते हुए मेला अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने कहा कि कोटा के दशहरा मेले की राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक प्रतिष्ठा है. इसमें अभिवृद्धि के लिए मेला समिति के सभी सदस्य, अधिकारी और कर्मचारी समर्पित भाव से काम करें. जो भी कार्य उन्हें बताए जा रहे हैं, उन्हें समय से पूरा किया जाए. जिससे इस वर्ष के मेले को हम सामूहिक प्रयासों से भव्य स्वरूप दे सकें.

बाजरों के नाम

वेस्ट जोन फूडकोर्ट- माता अन्नपूर्णा बाजार
ईस्ट जोन- मां कौशल्या बाजार
नोर्थ जोन- माता जानकी बाजार

यह रहेंगे प्रवेश द्वार के नाम

गेट नम्बर 1 श्री जटायु द्वार
गेट नम्बर 2 श्री शत्रुघन द्वार
गेट नम्बर 3 श्री भरत द्वार
गेट नम्बर 4 श्री लक्ष्मण द्वार
गेट नम्बर 5 श्री राम द्वार
गेट नम्बर 6 मां आशापुरा द्वार
गेट नम्बर 7 श्री लव-कुश द्वार
गेट नम्बर 8 श्री हनुमान द्वार
गेट नम्बर 9 श्री नीलकंठ द्वार
गेट नम्बर 10 श्री अंगद द्वार
गेट नम्बर 11 श्री नल-नील द्वार
गेट नम्बर 12 श्री परशुराम द्वार
गेट नम्बर 13  श्री सुग्रीव द्वार
गेट नम्बर 14 श्री बाली द्वार
उद्यान द्वार अशोक वाटिका द्वार
नवीन द्वार श्री विभिषण द्वार

Advertisement

ये भी पढ़ें-  पाकिस्तान से आए 20 विस्थापितों को मिली भारतीय नागरिकता, नम आखों से बोले- 'आज मुझे नया जन्म मिला'