कोटा को बड़ी सौगात, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को मिली पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी, निर्माण की डेडलाइन भी तय

Kota Greenfield Airport: कोचिंग सिटी कोटा को बुधवार को बड़ी सौगात मिली है. कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को बुधवार को पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी मिल गई. साथ ही लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की समीक्षा बैठक में एयरपोर्ट के निर्माण की डेडलाइन भी तय हो गई.

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कोटा एयरपोर्ट को लेकर लोकसभा अध्यक्ष व स्थानीय सांसद ओम बिरला की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में शामिल अधिकारी.

Kota Greenfield Airport: कोटा में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण कार्य को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है. संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष  ओम बिरला की अध्यक्षता में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के चेयरमैन और अधिकारियों के साथ राजस्‍थान राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक हाईब्रिड मोड में आयोजित की गई. बैठक में हवाई अड्डे के निर्माण की प्रगति, पर्यावरणीय पहलुओं और अन्य आवश्यक स्वीकृतियों की समीक्षा के साथ दिसंबर 2027 तक हवाई अड्डा निर्माण कार्य पूर्ण कर संचालन प्रारंभ करने की समय-सीमा तक की गई.

मई 2025 से शुरू होगा निर्माण कार्य

बैठक में AAI के अधिकारियों ने बिरला को बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण कार्य समस्‍त आवश्‍यक स्‍वीकृतियों के उपरांत मई 2025 से प्रारंभ कर दिया जाएगा और इस हवाई अड्डे का संचालन दिसंबर 2027 तक शुरू कर दिया जाएगा. यह हवाई अड्डा राजस्थान के कोटा शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर, 1005 एकड़ क्षेत्र में निर्मित किया जा रहा है. 

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3200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे होगा

इस हवाई अड्डे में 3200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे होगा. नवीन हवाई अड्डे पर सात विमान पार्किंग क्षेत्रों का निर्माण किया जाएगा. यह हवाई अड्डा प्रति वर्ष 20 लाख यात्रियों और प्रति घंटे 1,000 यात्रियों की क्षमता प्रदान करेगा. हवाई अड्डे को NH-52 से जोड़े जाने के लिए चार लेन की 30 मीटर संपर्क सड़क निर्माण का भी प्रस्ताव है.

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इस हवाई अड्डे को इस रूप में नियोजित किया जा रहा है कि वर्तमान में घरेलू उड़ानों में उपयोग में आ रहे सबसे बड़े हवाई जहाज भी यहां से उड़ान भर सकेंगे. भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने भी संचालित हो सकेंगी. 

KDA द्वारा 10,000 नए पौधे भी लगाए जाएंगे 

राजस्थान के वन विभाग के हेड ऑफ फॉरेस्ट अरीजीत बनर्जी ने जानकारी दी कि कोटा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से भूमि हस्तांतरण की अनुमति प्राप्त हो गई है. राजस्थान सरकार के वन विभाग ने भी इस परियोजना को स्वीकृति दे दी है. स्पीकर ओम बिरला की पहल पर पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से KDA द्वारा 10,000 नए पेड़ भी लगाए जाएंगे.

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वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के साथ फ्लाइंग क्लब भी बनेगा 

हवाई अड्डे के साथ पायलट प्रशिक्षण के लिए फ्लाइंग क्लब, फ्लाइंग स्कूल का विकास किया जायेगा. रक्षा मंत्रालय ने जुलाई 2023 में कोटा हवाई अड्डे के लिए एनओसी जारी की थी. इसके बाद, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और राजस्थान सरकार के बीच जुलाई 2024 में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट परियोजना के लिए एक समझौता ज्ञापन (MOU) हस्ताक्षरित हुआ था. 

कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का DPR अंतिम चरण में 

इसी माह DPR का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा. बैठक में AAI ने प्रस्तुतिकरण में बताया कि प्रथम चरण में 1005 एकड़ क्षेत्रफल में 3200 मीटर लंबी हवाई पट्टी, 7 पार्किंग बे, 20000 वर्ग मीटर टर्मिनल बिल्डिंग, 14 चैक-इन काउंटर, 2 कन्वेयर बेल्ट व 4 X-BIS के साथ सलाना 20 लाख यात्रियों के लिए परिवहन सुविधाएं विकसित की जाएगी. 

संपर्क पथ का जल्द से निर्माण करने का निर्देश

बैठक में PGCIL के लाईन शीघ्र स्‍थानांतरित करने, पेयजल आपूर्ति के लिए शीघ्र डिमाण्‍ड नोट जमा कर कार्य प्रारंभ करने, विद्युत  आपूर्ति के लिए शीघ्र डिमाण्‍ड नोट जमा कर कार्य प्रारंभ करने, संपर्क सड़क का शीघ्र निर्माण करने, 11 केवी लाईन शीघ्र स्‍थानांतरित करने व अन्‍य अंतर-विभागीय मुद्दों का समाधान कर समस्‍त कार्यों की समय-सीमा निर्धारित की गई. 

बिरला ने  भारतीय विमानपत्‍तन प्राधिकरण (AAI) के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोटा एयरपोर्ट में यात्रियों के लिए विश्‍वस्‍तरीय सुविधाएं विकसित की जाए तथा यह प्रावधान रखा जाए कि भविष्‍य में कोटा से अंतर्राष्‍ट्रीय उड़ाने भी प्रारंभ की जा सके. 

बैठक में कई अधिकारी रहे मौजूद

बैठक में विपिन कुमार, अध्‍यक्ष, भारतीय विमानपत्‍तन प्राधिकरण, अनिल गुप्‍ता, सदस्‍य (योजना), भारतीय विमानपत्‍तन प्राधिकरण,  कार्यकारी निदेशक- PGCIL, गौरव गोयल, संयुक्‍त सचिव, लोकसभा सचिवालय, राजस्‍थान सरकार से प्रवीण गुप्‍ता, प्रमुख शासन सचिव, लोक निर्माण विभाग, भास्‍कर सावंत, प्रमुख शासन सचिव, PHED,  अरिजीत बनर्जी, प्रधान मुख्‍य वन संरक्षक, जोगाराम, सचिव, सामान्‍य प्रशासन विभाग, आरती डोगरा, अध्‍यक्ष व प्रबंध निदेशक, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड,  रविन्‍द्र गोस्‍वामी, कलेक्‍टर, कोटा,  अक्षय गोदारा, कलेक्‍टर, बूंदी व अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी उपस्थित रहे

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