Rajasthan News: राजस्थान पुलिस के प्रमुख राजीव शर्मा ने कोटा रेंज के दौरे में लापरवाह अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने अवैध बजरी खनन को रोकने में नाकाम रहने वाले अफसरों को सबक सिखाया. जिले में हुई पुलिस अधिकारियों की बैठक में डीजीपी राजीव शर्मा ने रेंज के सभी जिलों से आए अफसरों से सीधे बात की.
उन्होंने कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने अवैध कामों को रोकने और पुलिस मुख्यालय के नियमों का पालन करने पर जोर दिया. बैठक में हर जिले की स्थिति पर गहराई से चर्चा हुई. डीजीपी ने साफ कहा कि किसी भी तरह की ढिलाई नहीं चलेगी.
बजरी रोकथाम पर फेल, डीएसपी एपीओ
बूंदी जिले के सीटी डीएसपी अरुण मिश्रा से डीजीपी ने बजरी के अवैध खनन और ट्रांसपोर्ट पर रोक लगाने के प्रयासों के बारे में पूछा. उन्होंने पुलिस मुख्यालय के निर्देशों पर अमल करने की जानकारी मांगी.
लेकिन डीएसपी के जवाब से डीजीपी खुश नहीं हुए. नतीजा ये हुआ कि अरुण मिश्रा को तुरंत एपीओ यानी अप्वाइंटमेंट पेंडिंग ऑर्डर कर दिया गया. इससे साफ है कि डीजीपी जमीनी स्तर पर काम की जांच कर रहे हैं.
थानाधिकारी भी नहीं बचे, लाइन हाजिर
इसी तरह केशोरायपाटन थाने के इंचार्ज हंसराज मीणा से डीजीपी ने इलाके में अवैध बजरी गतिविधियों अपराध नियंत्रण और की गई कार्रवाई पर सवाल किए. मीणा ठोस जवाब नहीं दे पाए. डीजीपी के आदेश पर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया. ये कार्रवाई दिखाती है कि छोटे से छोटे स्तर पर भी जिम्मेदारी तय होगी.
दौरा सिर्फ समीक्षा नहीं, संदेश देने का मौका
डीजीपी का ये दौरा सिर्फ रूटीन चेक नहीं था बल्कि असल हालात जानने और लापरवाहों को चेतावनी देने के लिए था. उन्होंने बैठक में दो टूक कहा कि अवैध बजरी खनन मादक पदार्थों की स्मगलिंग और संगठित अपराधों में कोई कोताही नहीं बर्दाश्त की जाएगी. एक दिन पहले ही पूर्वी जयपुर से कोटा तक कई थानों पर एक्शन लिया गया था. नयापुरा और कुन्हाड़ी थाने के इंचार्ज को भी लाइन हाजिर किया गया.
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