कोटा सुसाइड मामले में प्रशासन का बड़ा एक्शन, खुदकुशी करने वाले छात्रों के हॉस्टल और पीजी होंगे सीज

Kota Suicide: कोचिंग सिटी कोटा में बीते 3 दिनों में दो छात्रों ने सुसाइड कर लिया. मंगलवार को राजस्थान के धौलपुर जिले का एक छात्र अपने कमरे में फंदे से लटकता मिला. 48 घंटे में दो छात्रों की आत्महत्या के बाद कोटा प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है. प्रशासन अब हॉस्टल और पीजी को सीज करेगी.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Kota Suicide: सुसाइड के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला.

Kota Suicide: कोचिंग सिटी के रूप में पूरे देश में मशहूर कोटा छात्रों के सुसाइड के कारण फिर से सुर्खियों में हैं. यहां बीते 3 दिनों में दो छात्रों ने सुसाइड कर लिया है. बात इस साल की करें तो अभी तक साल 2024 में कोटा में 9 कोचिंग छात्रों ने सुसाइड किया है. बीते 48 घंटों में दो छात्रों के सुसाइड के बाद कोटा प्रशासन अब बड़ा एक्शन लेने जा रही है. कोटा एसपी अमृता दुहन की रिपोर्ट पर जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी ने उन हॉस्टल और पीजी को सीज करने का आदेश दिया है, जहां रह रहे दो छात्रों ने बीते तीन दिनों में सुसाइड किया था. कोटा डीएम के इस फैसले से कोचिंग और पीजी संचालकों में हड़कंप मचा है. 

दरअसल मंगलवार को कोटा में रह कर परीक्षा की तैयारी कर रहे धौलपुर के छात्र भरत ने सुसाइड कर लिया है. भरत के कमरे में एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं लगी थी. भरत ने अपने सुसाइड लेटर में पिता को सॉरी भी बोला है. भरत ने सुसाइड लेटर में लिखा कि “सॉरी पापा! इस बार भी मेरा सेलेक्शन नहीं हो पाएगा”.  भरत के सुसाइड के बाद प्रशासन ने हॉस्टल और पीजी को सीज करने का आदेश दिया. 

Advertisement

एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं होने से गई जान

दरअसल कोटा में बीते तीन दिनों में जिन दो छात्रों ने सुसाइड किया है, उनके कमरे में एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं लगी थी. यदि इन छात्रों के कमरे में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगी होती तो शायद वो नहीं जाते. लेकिन प्रशासन के स्पष्ट निर्देश के बाद भी इनके कमरे में एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं लगाया गया था. जिस कारण अब प्रशासन ने इन हॉस्टल और पीजी को सीज करने का निर्देश दिया है. 

Advertisement


मालूम हो कि कोटा में पिछले साल दो दर्जन से अधिक हुए छात्रों ने सुसाइड किया था. जिसके बाद पूर्ववर्ती सरकार ने गाइडलाइन बनाई थी और उसे सख़्ती से लागू करने के निर्देश भी दिए. लेकिन साल 2024 में भी कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड के आंकड़े डरावने सामने आ रहे हैं. 4 महीने में जो कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड के मामले सामने आने के बाद अब एक बार फिर कोचिंग सिस्टम और कोचिंग संस्थानों पर गाइडलाइन की पालन करवाने वाले  सवालों के घेरे में है. 

Advertisement


कोटा सुसाइड केसः 2024 में अब तक छात्रों ने की खुदकुशी

1. 23 जनवरी - छात्र मोहम्मद जैद, (19 वर्ष), UP के मुरादाबाद का रहने वाला जैद कोटा के जवाहर नगर राजीव गांधी नगर रहता था. जैद ने फांसी लगाई थी. वह NEET की तैयारी कर रहा था.

2. 29 जनवरी- छात्रा निहारिका सिंह. NEET की तैयारी कर रही थी. बोरखेड़ा इलाके में रहती थी. निहारिका MP की रहने वाली थी. निहारिका का शव भी फंदे से लटका मिला था.

3. 1 फरवरी- नूर मोहम्मद. विज्ञान नगर इलाके में रहता था. UP के गोंडा जिले का रहने वाला था. JEE की तैयारी कर रहा था. नूर मोहम्मद ने भी फांसी लगाई थी.

4. 16 फरवरी- परमजीत राय. जमशेदपुर झारखंड का रहने वाला था. कोटा में NEET की तैयारी कर रहा था. रेजोनेंस पर पढ़ता था. जवाहर नगर में रहता था. परमजीत ने भी फांसी लगाई थी. 

5. 21 फरवरी. रचित सोंधिया. जवाहर नगर में रहता था. एमपी के राजगढ़ का रहने वाला था. जवाहर नगर में रहकर NEET की तैयारी कर रहा था. गरडिया महादेव मंदिर के जंगल से कूदकर जान दी.

6. 18 फरवरी. शिवम राघव. UP के अलीगढ़ का रहने वाला था. कोटा में रहकर NEET की तैयारी कर रहा था. जहरीला पदार्थ खाकर शिवम ने जान दी थी. 

7. 09 मार्च. अभिषेक. बिहार के भागलपुर का रहने वाला था. कोटा के विज्ञान नगर इलाके में रहकर JEE की तैयारी कर रहा था. अभिषेक ने भी खुदकुशी की थी. 

8. 28 अप्रैल. सुमित. हरियाणा का रहने वाला था. कुन्हाड़ी में रह कर NEET की तैयारी कर रहा है. 19 साल के सुमित ने भी फांसी लगाई थी. 

9. 30 अप्रैल. भरत. राजस्थान के धौलपुर का रहने वाला भरत कोटा के जवाहर नगर में रह रहा था. 20 साल का भरत NEET की तैयारी कर रहा था. भरत ने भी फांसी लगाई थी. 

यह भी पढ़ें - कोटा में 48 घंटे के अंदर दूसरा सुसाइड, नोट में लिखा- 'सॉरी पापा! मेरा सिलेक्शन नहीं हो सकेगा'